लखनऊ: करीब 50 दिनों बाद खुले बाजार, व्यापारियों ने ढोल नगाड़े बजाकर मनाया जश्न,ग्राहकों को बांटे फूल
यूपी की राजधानी लखनऊ समेत सभी 75 जनपद अब अनलॉक हो चुके हैं। बताया गया कि इससे व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है। जानकारी के मुताबिक बुधवार को लखनऊ के भूतनाथ बाजार में व्यापारियों ने ढोल की धुन पर ग्राहकों का स्वागत किया। दरअसल करीब 50 दिन राजधानी के बाजार खुले तो दुकान की शटर के साथ जिंदगी भी पटरी पर लौट आई है।
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में करीब 50 दिन बाद यहां के बाजार खुले। जिसके बाद व्यापारियों ने ढोल नगाड़े बजाकर जश्न मनाया व ग्राहकों को फूल भी बांटे। दरअसल यूपी की राजधानी लखनऊ समेत सभी 75 जनपद अब अनलॉक हो चुके हैं। बताया गया कि इससे व्यापारियों को बड़ी राहत मिली है।
जानकारी के मुताबिक बुधवार को लखनऊ के भूतनाथ बाजार में व्यापारियों ने ढोल की धुन पर ग्राहकों का स्वागत किया। दरअसल करीब 50 दिन राजधानी के बाजार खुले तो दुकान की शटर के साथ जिंदगी भी पटरी पर लौट आई है। बताया गया कि राजधानी में अमीनाबाद, भूतनाथ, आलमबाग, महानगर, हजरतगंज, जनपद, आलमबाग समेत कई बाजारों में दुकानें खुलनी शुरू हो गई।
बताया गया कि पहला दिन होने के कारण बाजार में ग्राहक सामान्य दिनों की तुलना में कम रहे। वहीं ग्राहक थोड़ा इंतजार करते भी नजर आए। इधर भूतनाथ व्यापार मंडल के अध्यक्ष देवेन्द्र गुप्ता और अरविंद पाठक के मुताबिक 50 दिन बाजार बंद होने की वजह से बहुत नुकसान हुआ है। इस दौरान ढोल नगाड़े बजाकर बाजार के खुलने का जश्न मनाया गया।
हालांकि कारोबारियों ने इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा। बताया गया कि लखनऊ में एक लाख से अधिक छोटे बड़े कारोबारियों ने अपनी दुकानें खोली। वहीं पहले दिन 30 फीसदी से अधिक कारोबार होने की उम्मीद नहीं है। कारोबारियों के मुताबिक पहले की तरह बाजार पूरी तरह पटरी पर आने में करीब एक माह से अधिक का समय लग जाएगा।
वहीं अमीनाबाद के जितेन्द्र सिंह चौहान के मुताबिक वो तो भूल ही गए थे वह कारोबारी है। स्टेशनरी से जुड़े है, यहा पिछले दो साल में अकेले लखनऊ में 300 करोड़ रुपए से ज्यादा टर्न ओवर प्रभावित हुआ है। बताया गया कि लखनऊ में हर माह करीब 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार होता है। वहीं बाजारों में कुछ जगहों पर लापरवाही भी दिखी।
बताया गया कि छोटे दुकानदार मास्क उतारे हुए सामान बेचते नजर आए। उन्हें रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन की तरफ से कोई मौजूद नहीं था। बताया गया कि ऐसे में यह लापरवाही काफी भारी पड़ सकती है। बताया गया कि शहर के अधिकतर बाजारों में दुकान खोलने से पहले कोरोना संक्रमण से मरे कारोबारियों की याद में शोक सभा की गई।
बताया गया कि राजाजीपुरम में रिषभ, भूतनाथ में उत्तम कपूर और अमिताभ श्रीवास्ताव, अमीनाबाद में राकेश छाबड़ा पम्मी, नाका में पवन मनोचा समेत अलग-अलग लोगों के नेतृत्व में शोक सभा हुई।