लखनऊः मुसीबत में प्रवासी मजदूर, इस वजह से ड्राइवर व कंनडक्टरों ने बस संचालन से किया इंकार
बस अड्डे पर श्रमिक और दैनिक यात्रियों का जमावड़ा लगा हुआ है। इस बीच कोई उनकी सुध लेने को तैयार नहीं है। बताया गया कि यात्री दर-दर भटक रहें हैं। वहीं ड्राइवरों और कंडक्टरों द्वारा कहा गया कि यदि जब तक बसों को हर ट्रिप के बाद पूरी तरह से सेनेटाइज नहीं किया जायेगा, तब तक बसों का पहिया थमा रहेगा।
लखनऊः कोरोना से बिगड़ते हालातों के कारण लगातार यूपी में मुंबई, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान से लौटना जारी है। इस बीच मजदूरों को लखनऊ से अपने घर की और गांवों की ओर जानें में असल मुसीबत का सामना करना पड़ा रहा है। बताया गया कि बीते दिनों तो कुछ बसें मिल जाती थी और लोग धक्का मुक्की करके बसों में अपना स्थान किसी तरह पा लेते थे।
और बसों में सवार हो अपने घरों को रवाना हो जाते थे लेकिन गुरुवार से बसों का संचालन करने वाले ड्राइवर और कंडक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। बताया गया कि आलमबाग, चारबाग और कैसरबाग से बसों का संचालन ठप हो गया है। बताया गया कि दिल्ली, मुंबई और बाकी महानगरों से आ रहे श्रमिक बस अड्डे पर बस चलने का इंतजार कर रहें हैं।
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक ड्राइवर और कंडक्टर ने बिना सेनेटाइज किए बस ले जाने से इंकार किया है। बताया गया कि बस अड्डे पर श्रमिक और दैनिक यात्रियों का जमावड़ा लगा हुआ है। इस बीच कोई उनकी सुध लेने को तैयार नहीं है।
बताया गया कि यात्री दर-दर भटक रहें हैं। वहीं ड्राइवरों और कंडक्टरों द्वारा कहा गया कि यदि जब तक बसों को हर ट्रिप के बाद पूरी तरह से सेनेटाइज नहीं किया जायेगा, तब तक बसों का पहिया थमा रहेगा। ड्राइवरों और कंडक्टरों के मुताबिक उन्हें संक्रमण का डर बना रहता है। इसलिए कहा गया कि बसों को तबतक नहीं चलाया जाएगा जब तक सेनेटाईज का उचित प्रबंधन नहीं किया जाता है।
बताते चलें कि दिल्ली में 26 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाया जा चुका है। इसके बाद से लगातार दिल्ली में काम करने वाले मजदूर बसों से राजधानी लखनऊ आ गए हैं। बताया गया कि लोगों को धीरे-धीरे बसों से उनके घर भेजा जा रहा है। वहीं आरएम पल्लव के निर्देश पर अनुबंधित बसों से मजदूरों को भेजा जा रहा है।
इधर लखनऊ के आलमबाग और चारबाग बस अड्डे पर प्रवासी मजदूरों का भारी जमावड़ा देखा जा रहा है। गौरतलब है कि पंचायत चुनाव में कुछ बसें चल रही है। इस कारण से भी बसों की संख्या में काफी कमी देखी जा रही है। यही कारण है कि दिल्ली से लखनऊ पहुंचे लोगों को अपने घर तक पहुंचने के लिए बसों का लम्बा इंतजार करना पड़ रहा है।
बताया गया कि दिल्ली से राजधानी लखनऊ पहुंचे यात्रियों में अधिकतर पूर्वांचल जिलों के आजमगढ़, देवरिया, बस्ती और गोरखपुर के हैं।