लखनऊ: राज्यकर्मचारियों ने काला फीता बांधकर जताया विरोध, जलाई शासनादेश की प्रतियां, उठाई यें मांगे
प्रदेश के समस्त जनपदों के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर विरोध करते हुए शासनादेश की प्रतियां जलाई। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के महामंत्री अतुल मिश्रा के मुताबिक प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सभी जिला अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, विशिष्ट संस्थानों में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
लखनऊ। 25 प्रतिशत प्रोत्साहन राशि एवं मृत्यु उपरांत अनुग्रह राशि समस्त स्वास्थ्य कर्मियों को दिए जाने की मांग को लेकर मंगलवार को प्रदेश के समस्त जनपदों के स्वास्थ्य कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर विरोध करते हुए शासनादेश की प्रतियां जलाई।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के महामंत्री अतुल मिश्रा के मुताबिक प्रदेश के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सभी जिला अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, विशिष्ट संस्थानों में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। बताया गया कि सभी जनपदों से प्राप्त सूचना के अनुसार हर जनपद के प्रशासन द्वारा सुरक्षा बल का प्रयोग कर आंदोलन रोकने का प्रयास किया गया।
वहीं लखनऊ के भी सभी अस्पतालों में पीएसी लगा दी गयी। इप्सेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष वी पी मिश्रा ने प्रशासन द्वारा आंदोलन को कुचलने की कोशिश की निंदा करते हुए इसे अलोकतांत्रिक बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की सूचना पूर्व में ही दी जा चुकी थी तो शासन को पहले ही वार्ता कर समाधान कर लेना चाहिए था।
कहा गया कि कर्मचारी सरकार का एक भाग है जो नीतियों का पालन कराता है, इसलिए सरकार को कर्मचारियों की मांगों पर विचार करना चाहिए ।
वहीं परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा द्वारा बताया गया कि आज प्रातः 10:00 बजे से अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक के हस्तक्षेप के बाद अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा के साथ परिषद के 4 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल की वार्ता संपन्न हुई।
इसमें अध्यक्ष सुरेश रावत, महामंत्री अतुल मिश्रा, प्रवक्ता अशोक कुमार के॰जी॰एम॰यू॰ के अध्यक्ष प्रदीप गंगवार शामिल थे। बताया गया कि वार्ता में परिषद ने मांग की कि चिकित्सा स्वास्थ्य,शिक्षा एवं परिवार कल्याण, एन एच एम के सभी कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि दी जाए एवं सभी कर्मचारियों के मृत्यु उपरांत उनके आश्रितों को 50 लाख रूपये अनुग्रह राशि दी जाए।
बताया गया कि शासन के अधिकारियों द्वारा इसे असंभव बताते हुए सुझाव मांगा गया। वहीं प्रतिनिधियों ने कहा कि इस पर उच्चस्तरीय पुनर्विचार किया जाए। कहा गया कि यदि अभी यह संभव ना हो तो तत्काल कर्मचारियों का रुका हुआ महंगाई भत्ता, नगर प्रतिकर भत्ता, परिवार नियोजन भत्ता सहित अन्य भत्ते तत्काल बहाल किए जाएं।
परिषद के अध्यक्ष सुरेश व महामंत्री अतुल मिश्रा के मुताबिक पूरे प्रदेश के 75 जनपद में कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
वहीं परिषद जनपद शाखा लखनऊ के अध्यक्ष सुभाष श्रीवास्तव के मुताबिक लखनऊ के सिविल चिकित्सालय में परिषद के प्रमुख उपाध्यक्ष सुनील यादव, महेंद्र पांडेय अध्यक्ष एस पी एम कर्मचारी एसोसिएशन, अखिलेश श्रीवास्तव , विवेक तिवारी के नेतृत्व में सभी संवर्ग के कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन किया।
वहीं बलरामपुर चिकित्सालय में जिला अध्यक्ष सुभाष श्रीवास्तव के नेतृत्व में कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसमें संगठन प्रमुख के॰के॰ सचान, सुनील कुमार मीडिया प्रभारी,श्रवण सचान महामंत्री ,रजत कोषाध्यक्ष डी पी ए, सर्वेश पाटिल अध्यक्ष ऑप्टोमेट्रिस्ट एसो, महेंद्र सिंह,राजीव तिवारी डेन्टल हाइजिनिस्ट एसो, सहित सभी संवर्गों के कर्मचारी शामिल रहे।
बताया गया कि लोहिया चिकित्सालय में डी डी त्रिपाठी,अनिल चौधरी, राम मनोहर कुशवाहा के नेतृत्व में मेडिकल कॉलेज और अन्य सभी अस्पतालों प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी काला फीता बांधकर शासनादेश की प्रतिया जलाई गई। इधर सरोजिनी नगर में सतीश यादव के नेतृत्व में ग्रामीण क्षेत्रो के प्रतिनिधियों ने प्रदर्शन किया ।