लखनऊ: 'ब्लैक फंगस' से निपटने को की गई ये तैयारियां, केजीएमयू व पीजीआई में बनाए गए स्पेशल वार्ड

टीम भारत दीप |

ब्लैक फंगस ने सरकार की चिन्ताएं बढ़ा दी है।
ब्लैक फंगस ने सरकार की चिन्ताएं बढ़ा दी है।

म्यूकरमाइकोसिस यानि ब्लैक फंगस नाम की इस बीमारी से निपटने के लिए अस्पतालों में खास प्रबंध किए जा रहे हैं। बताया गया कि ब्लैक फंगस से निपटने के लिए केजीएमयू के गांधी वार्ड में 30-30 बेड के दो वॉर्ड और पीजीआई के कोविड अस्पताल में 10-10 बेड के स्पेशल वॉर्ड बनाए गए हैं।

लखनऊ। कोरोना को लेकर मचे हाहाकार के बीच ब्लैक फंगस ने सरकार की चिन्ताएं बढ़ा दी है। वहीं लोग भी इसको लेकर काफी भयाक्रांत हैं। इस बीच सरकार इसको लेेकर कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है। इसी कारण ब्लैग फंगस से निपटने के लिए खासा तैयारियां की जा रही है।

जानकारी के मुताबिक म्यूकरमाइकोसिस यानि ब्लैक फंगस नाम की इस बीमारी से निपटने के लिए अस्पतालों में खास प्रबंध किए जा रहे हैं। बताया गया कि ब्लैक फंगस से निपटने के लिए केजीएमयू के गांधी वार्ड में 30-30 बेड के दो वॉर्ड और पीजीआई के कोविड अस्पताल में 10-10 बेड के स्पेशल वॉर्ड बनाए गए हैं।

बताया गया कि केजीएमयू में मेडिसिन विभाग के हेड प्रो. वीरेंद्र आतम ने बताया कि एक वॉर्ड में ऐसे मरीज भर्ती किए जा रहे हैं जो कोविड संक्रमण के साथ-साथ ब्लैक फंगस की चपेट में हैं। उनके मुताबिक दूसरे वॉर्ड में कोरोना से ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस से पीड़ित मरीज भर्ती हो रहे हैं। प्रो. वीरेंद्र आतम के मुताबिक दोनों वॉर्ड के लिए ईएनटी, ऑप्थमॉलजी और मेडिसिन के डॉक्टरों की टीम बनाई जा रही है।

वहीं पीजीआई में म्यूकरमाइकोसिस के नोडल अधिकारी डॉ. अमिम केसरी के अनुसार ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए 10 बेड की व्यवस्था की गई है। बताया गया कि मरीज बढ़ने पर बेड की संख्या में बढ़ोत्तरी की जाएगी। बताते चलें कि रविवार को केजीएमयू में ब्लैक फंगस के मरीजों का आंकड़ा 13 से बढ़कर 20 तक पहुंच गया।

इधर पीजीआई में अब तक ब्लैक फंगस के 8 मरीज एडमिट हो चुके हैं। बताया गया कि इनमें सिर्फ एक मरीज ही पोस्ट कोविड है।
 


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