लखनऊ: केनरा बैंक से 45 करोड़ के गबन के मामले में सैन्यकर्मी समेत दो गिरफ्तार, चार की तलाश

टीम भारत दीप |

रोपितों ने कमीशन के तौर पर 45 लाख रुपये दिए थे, जिसे ओम प्रकाश और राजेश ने आपस में बांट लिया था।
रोपितों ने कमीशन के तौर पर 45 लाख रुपये दिए थे, जिसे ओम प्रकाश और राजेश ने आपस में बांट लिया था।

पूर्व बैंक मैनेजर अखिलेश को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया गया था। पूछताछ में अखिलेश ने सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी ओम प्रकाश उर्फ मेजर और राजेश सिंह की संलिप्तता की जानकारी दी थी। इसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया है।

लखनऊ।यूपी की राजधानी के कृष्णा नगर पुलिस ने केनरा बैंक के मैनेजर से मिलीभगत कर 45 करोड़ रुपये के गबन के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में एक सैन्य कर्मी भी शामिल है। पुलिस ने पूर्व में बैंक मैनेजर अखिलेश व उसके साथी को गिरफ्तार किया था।

वहीं इस मामले में इंस्पेक्टर कृष्णानगर आलोक कुमार राय के मुताबिक पूर्व बैंक मैनेजर अखिलेश को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया गया था। पूछताछ में अखिलेश ने सेवानिवृत्त सैन्यकर्मी ओम प्रकाश उर्फ मेजर और राजेश सिंह की संलिप्तता की जानकारी दी थी।

इसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में ओमप्रकाश ने बताया है कि उसकी मुलाकात राजेश के माध्यम से संजय अग्रवाल और राज दुग्गल से वर्ष 2019 में हुई थी। आरोपितों ने कमीशन के तौर पर 45 लाख रुपये दिए थे, जिसे ओम प्रकाश और राजेश ने आपस में बांट लिया था।

कमीशन के रुपये से खरीदी कार

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि ओमप्रकाश ने कमीशन के रुपये से एक कार खरीदी थी, जिसे जब्त किया गया है। आरोपित ओमप्रकाश गाजीपुर जिले से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहा था।

छानबीन में पता चला है कि आरोपितों ने अखिलेश और अमित के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश सड़क हाईवे अथारिटी के खाते में जमा 41 करोड़ 76 लाख रुपये कागजों में हेराफेरी कर निजी फर्म को ट्रांसफर कर दिया था। आरोपित के गिरोह में शामिल चार अन्य लोगों की पुलिस तलाश कर रही है। राजेश ने बताया कि कमीशन के रुपये से उसने पतंजलि का एक स्टोर खरीदा था।

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