लखनऊ: बीमार पिता की उखड़ती सांसों पर बेबस बेटी ने सीएम योगी को दी चुनौती, कह डाली ये बातें
इसी हॉस्पिटल में भर्ती लखनऊ के एक मरीज की बेटी नेहा सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें नेहा ने अस्पताल प्रशासन पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही योगी सरकार को भी ऑक्सीजन की कमी का दावा करने के लिए गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी।
लखनऊ। यूपी में कोरोना को लेकर मचे हाहाकार के बीच ऑक्सीजन की कमी को लेकर लगातार खबरे सामने आ रही है। भयावह तस्वीरों के साथ बदहाल व्यवस्था के दृश्य भी लगातार देखने को मिल रहा है। इस बीच अचानक सोशल मीडिया के जरिए एक मैसेज वायरल हुआ कि टेंडर पाम हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म हो गई है।
दरअसल बात 28 अप्रैल की है। रात के 10:30 बज रहे थे। बताया गया कि सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल हुआ कि टेंडर पाम हॉस्पिटल में ऑक्सीजन खत्म हो गई है। बताया गया कि अस्पताल के संचालक ऑक्सीजन के लिए कतार में लगे रहे और उधर करीब 100 मरीजों की सांसें अटकी रही। बताया गया कि अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई।
अस्पताल के संचालक अफसरों को फोन करते रहे, मगर उन्हें कोई मदद नहीं मिली थी।बताया गया कि इसी हॉस्पिटल में भर्ती लखनऊ के एक मरीज की बेटी नेहा सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें नेहा ने अस्पताल प्रशासन पर बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं।
इसके साथ ही योगी सरकार को भी ऑक्सीजन की कमी का दावा करने के लिए गिरफ्तार करने की चुनौती भी दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नेहा सिंह ने कहा कि दूसरे हॉस्पिटल में अपने पिता को शिफ्ट कराना चाह रही हूं तो मुझे यहां से निगेटिव रिपोर्ट चाहिए।
बताया गया कि इन लोगों (अस्पताल के डॉक्टर) को पता भी नहीं है कि मेरे पिता का टेस्ट हुआ है कि नहीं। नेहा के मुताबिक इन लोगों ने मेरे पिता को कोविड वार्ड से बाहर निकाल दिया। उनके मुताबिक वह अस्पताल में 4 लाख 70 हजार रुपए जमा कर चुकी हूं। बताया गया कि इन लोगों को पता नहीं है कि मेरे पिता का कौन सा टेस्ट हुआ है और कौन सा नहीं?
इस अस्पताल में आज सुबह से दो बार ऑक्सीजन पूरी तरह से खत्म हो चुकी है। नेहा के मुताबिक अस्पताल में कई लोगों का ऑक्सीजन लेवल सिंगल डिजिट में 1 से 9 के बीच चल रहा है। नेहा ने कहा कि उसके पिता का ऑक्सीजन 6 है। इस अस्पताल में मरीजों को हाथ के जरिए इस्तेमाल किए जाने वाले पंप से ऑक्सीजन दी जा रही है।
इसके लिए 1 दिन का 40 हजार रुपए लिया जा रहा है। वहीं नेहा सिंह ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सीधी चुनौती देते हुए कहा कि उन्होंने (CM) ने ऐलान किया है कि ऑक्सीजन को लेकर अफवाह फैलाने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई होगी। नेहा ने आगे कहा,मैं यहां पर खड़ी हूं। मुझ पर कार्रवाई करके दिखाएं।
कहा कि मेरे पिता अस्पताल में ऊपर भर्ती हैं। सरकार के अधिकारी अपने घरों में बैठे हैं। कहा गया कि यदि किसी में हिम्मत है तो यहां मेरे सामने आए। मैं यहां खड़ी हूं, मेरे पापा ऊपर भर्ती हैं। आओ दिखाओ, वो CM अपने घर पर बैठे हैं, हिम्मत हो तो अपना मुंह लेकर दिखाओ।
बताते चलें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीते हफ्ते दावा किया था कि सूबे में न तो बेड की कमी और न ही ऑक्सीजन की। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग सियासत करने के लिए अफवाह फैला रहे हैं। उन्होंने कहा था कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।
यहां यह भी बता दें कि राजधानी लखनऊ के शहीद पथ पर स्थित टेंडर पाम हॉस्पिटल पूर्व कैबिनेट मंत्री शिवपाल सिंह यादव की बेटी का है। बताया गया कि यह हॉस्पिटल बीते बरस मार्च महीने में कोविड-19 महामारी शुरू होने से पहले शुरू हुआ था। बताया गया कि इस अस्पताल में 28 अप्रैल को ऑक्सीजन की कमी से 5 मरीजों की मौत की बात भी सामने आई थी।
उधर अस्पताल प्रशासन ने ऑक्सीजन की कमी को खारिज कर दिया है। यह भी कहा कि मरीजों की मृत्यु ऑक्सीजन की कमी से नहीं बल्कि वे बेहद गंभीर हालत में थे। जिसके कारण उनकी मौत हुई है।
ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद में भी
ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद से सामने आया है। जानकारी के मुताबिक यहां एक ऑक्सीजन प्लांट के बाहर खड़ा परिवार मिन्नतें करते हुए बार-बार यही दुहाई दे रहा था कि उनके मरीज के शरीर में अब ऑक्सीजन बहुत कम रह गई है। बताया गया कि ऑक्सीजन सिलेंडर लेने के लिए मुरादनगर निवासी अमित वर्मा प्लांट के बाहर पहुंचे थे।
मगर उन्हें सिलेंडर नहीं मिला तो बिलख—बिलख कर रोने लगे। अमित के मुताबिक डॉक्टर ने लिखकर भी दिया है। बावजूद इसके उन्हें दुनियाभर में धक्के खाने पड़ रहा है। बेबस अमित ने कहा कि उनका सिर फोड़ के मार दो। गैस नहीं दे रहे हैं। बताओ कहां जाएं?
बताते चलें कि अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश में बीते 24 घंटे में 30 हजार 317 नए संक्रमित सामने आए हैं। वहीं मौत का ग्राफ भी लगातार बढ़ रहा है। बताया गया कि 24 घंटे में 304 लोग काल के गाल में समा चुके हैं। उधर प्रदेश में 3 लाख से ज्यादा कोरोना के सक्रिय मामले हैं।