लखनऊ: विश्व हिन्दू रक्षा वाहिनी ने शिवाजी महाराज को किया याद, संगठन ने बनाई ये रणनीति

टीम भारत दीप |
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एक विस्तृत कार्ययोजना का खाका भी खींचा गया।
एक विस्तृत कार्ययोजना का खाका भी खींचा गया।

माता बड़ी भुइयन देवी मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शिवाजी को याद करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर आयोजित संगठन की लखनऊ मण्डलीय बैठक में आगे की तमाम रणनीतियों को लेकर विस्तार से चर्चा भी की गई । बैठक में संगठन के प्रदेश संरक्षक व माता सेवक तपस्वी नागा साधू आनन्द गिरी महाराज से संगठन के अन्य पदाधिकारियों ने आर्शिवाद प्राप्त किया।

लखनऊ। छत्रपति शिवाजी महाराज की पुण्यतिथि के अवसर पर राजधानी के सरौरा, आईआईएम रोड स्थित माता बड़ी भुइयन देवी मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में शिवाजी को याद करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर आयोजित संगठन की लखनऊ मण्डलीय बैठक में आगे की तमाम रणनीतियों को लेकर विस्तार से चर्चा भी की गई ।

बैठक में संगठन के प्रदेश संरक्षक व माता सेवक तपस्वी नागा साधू आनन्द गिरी महाराज से संगठन के अन्य पदाधिकारियों ने आर्शिवाद प्राप्त किया। इस दौरान यहां मौजूद गुरू योग थाना पति महन्त मुन्ना गिरि महाराज, मायादेवी मंदिर, हरिद्वार (13 मणि सन्यासी), श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा का भी पदाधिकारियों ने आर्शिवाद लिया।

बैठक में कई पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए आगे की कार्ययोजना को रेखांकित भी किया गया। साथ ही एक विस्तृत कार्ययोजना का खाका भी खींचा गया। बैठक में सभी से आशा जताई गई कि समाजहित में मिले दायित्वों का निर्वाह पूरी ईमानदारी से किया जाए।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष रवि शंकर द्विवेदी, राष्ट्रीय सलाहकार पूर्णिमा वर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुजीत सिंह के अलावा प्रदेश अध्यक्ष संदीप पाण्डेय, प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकुमार पाण्डेय, प्रदेश महामन्त्री, प्रदेश संगठन मन्त्री, प्रदेश मिडिया प्रभारी, प्रदेश सहसंगठन मन्त्री ,उन्नाव जिला प्रभारी ,

उन्नाव जिला अध्यक्ष, उन्नाव वार्ड अध्यक्ष, लखनऊ जिला सलाहाकार, लखनऊ जिला अध्यक्ष, लखनऊ संगठन मन्त्री, सीतापुर जिला प्रभारी, सीतापुर जिला अध्यक्ष, लखीमपुर एवं हरदोई के भी जिला पदाधिकारी समेत काफी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। बताया गया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन को विस्तार देने के लिए रणनीतिक चर्चा थी।

इसी क्रम में गुरुओं का आर्शिवाद प्राप्त करने के साथ ही सही दिशा निर्देश भी मिला। जिससे आने वाले समय में संगठन को मजबूती प्रदान करने में काफी सहयोग मिलेगा। 


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