महाशिवरात्रि: काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भ गृह में नो इंट्री, अरघे से ही श्रद्धालु कर सकेंगे जलाभिषेक
काशी विश्वनाथ मंदिर पर जलाभिषेक के लिए भीड़ होती है। इस बार मंदिर के चारों द्वार से झांकी दर्शन होंगे। गर्भ गृह में जाकर शिव लिंग स्पर्श किसी को करने की अनुमति नहीं रहेगी। वहीं इस बार अरघे से ही श्रद्धालु जलाभिषेक कर सकेंगे।
वाराणसी। भगवान शिव को समर्पित महाशिवरात्रि का पर्व 11 मार्च को है। इस दिन काशी विश्वनाथ मंदिर में देश—विदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं। यहां बाबा का पूजा—अराधना कर शिव बाबा से आर्शिवाद प्राप्त करते है। लेकिन इस बार श्रद्धालुओं को यहां काफी तब्दीली देखने को मिलेगी।
दरअसल महाशिवरात्रि महोत्सव को लेकर कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सोमवार शाम को कमिश्नरी सभागार में महाशिवरात्रि महोत्सव व इस दौरान सुरक्षा व सुविधाओं की व्यवस्था को लेकर बैठक की। बताया गया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पर जलाभिषेक के लिए भीड़ होती है।
इस बार मंदिर के चारों द्वार से झांकी दर्शन होंगे। गर्भ गृह में जाकर शिव लिंग स्पर्श किसी को करने की अनुमति नहीं रहेगी। वहीं इस बार अरघे से ही श्रद्धालु जलाभिषेक कर सकेंगे। बताया गया कि मैदागिन से आने वाले श्रद्धालु छत्ता द्वार से 20 मीटर पहले से मंदिर चौक से मंदिर के पूर्वी गेट से दर्शन करेंगे तथा वापसी मणिकर्णिका गली द्वार की तरफ से होगी।
वहीं VIP, सुगम दर्शन, दिव्यांगजन छत्ता द्वार से प्रवेश कर मंदिर के दूसरे गेट पर दर्शन कर उसी से वापस हो जाएंगे। बताया गया कि गोदौलिया से आने वाले श्रद्धालु बांस फाटक, धुंडीराज गणेश से मंदिर के पश्चिमी गेट से प्रवेश कर दर्शन करेंगे। वहीं स्थानीय लोग सरस्वती फाटक गली से मंदिर में दक्षिणी गेट पर परंपरागत जाने वाले जा सकेंगे।
बताया गया कि यहां स्क्रीन भी लगेगी। जिस पर लगातार लाइव टेलीकास्ट होता रहेगा। मैदागिन, गोदौलिया पर साउंड सिस्टम से समुचित जानकारी प्रसारित भी की जाती रहेगी। बताया गया कि किसी भी आकस्मिकता के लिए डॉक्टरों की टीम के साथ एंबुलेंस मंदिर परिसर पर उपलब्ध रहेगी। कमिश्नर ने शिव बारात के रूट को ठीक-ठाक करने के निर्देश दिए।
वहीं मैदागिन से आगे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर, गोदौलिया साइड वाहन नहीं जा सकेंगे। वहीं पार्किंग के लिए शहर में विभिन्न स्थलों क्वींस कॉलेज, टाउन हॉल के समीप, लहुराबीर एवं मछोदरी क्षेत्र में वाहन पार्किंग कराई जाएगी। बताया गया कि राज घाट पर महाशिवरात्रि महोत्सव में 11 मार्च को स्थानीय कलाकारों के कार्यक्रम होंगे।
वहीं 12 मार्च को कवि सम्मेलन तथा 13 मार्च को कैलाश खेर का कार्यक्रम आयोजित होगा।