साली की शादी के कार्ड में नाम छपा तो गुस्सा हुए जीजाजी, अब ससुराल के गले पड़ गई ये आफत

टीम भारत दीप |

रिश्तों में तल्खियां बताई जाती हैं, कई कहानियां सुनाई जाती हैं।
रिश्तों में तल्खियां बताई जाती हैं, कई कहानियां सुनाई जाती हैं।

ससुराल के किसी आयोजन में सम्मान नहीं मिला तो जीजाजी रूठ गए। ये अक्सर आपने सुना होगा लेकिन उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक अजीबो गरीब मामला अदालत में पहुंचा है। यहां जीजाजी ने पूरी ससुराल को अदालत के चक्कर लगवा दिए।

मैनपुरी। शादी के मौके पर रूठने और मनाने का सिलसिला नया नहीं है। भारतीय समाज में जीजा और फूफा दो रिश्ते ऐसे हैं गुस्सा जिनकी नाक पर हमेशा रहता है। ससुराल में हमेश सबको यह डर रहता है कि कहीं जीजाजी और फूफाजी गुस्सा न हो जाएं। इसलिए इनकी आवभगत में कोई कमी नहीं रखी जाती। 

ससुराल के किसी आयोजन में सम्मान नहीं मिला तो जीजाजी रूठ गए। ये अक्सर आपने सुना होगा लेकिन उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक अजीबो गरीब मामला अदालत में पहुंचा है। यहां जीजाजी ने पूरी ससुराल को अदालत के चक्कर लगवा दिए। अब जज साहब भी विचार में हैं और कोर्ट के बाहर इसी मुकदमे की चर्चा हो रही है। 

दरअसल हुआ ये कि मैनपुरी में एक अधिवक्ता हैं जिनकी ससुराल बेवर, मैनपुरी के मोहल्ला मिरकिचिया में हैं। जीजाजी की अपनी ससुराल में बनती नहीं, इसीलिए उनकी पत्नी और बच्चे भी अपनी मम्मी-नानी के घर नहीं जाते। रिश्तों में तल्खियां बताई जाती हैं, कई कहानियां सुनाई जाती हैं। 

लेकिन हम मुद्दे की बात पर आते हैं। दरअसल जीजाजी की सास जो कि प्रधानाध्यापक के पद से रिटायर हुई हैं, उन्होंने अपनी छोटी बेटी की शादी की। इसके लिए कार्ड भी छपवाया गया। अब हुआ ये कि साली साहिबा की शादी में जीजाजी को निमंत्रण तो दिया नहीं उल्टे उनका और दीदी का नाम कार्ड में स्वागत करने वालों में लिखा दिया। 

हो सकता है कि सासू मां ने सोचा हो गुस्सा हुए तो क्या हुआ हैं तो बेटी-दामाद ही ना। घर की बात घर में रहे, बाहर गलत मैसेज न जाए तो ही ठीक है लेकिन लगता है कि साले साहब ये कार्ड जीजाजी तक पहुंचाना भूल गए। 

अब जीजाजी ठहरे कानून के जानकार, मामला कानूनी हो गया। वकील साहब ने बिना अनुमति के कार्ड में नाम छपवाने को अपनी मानहानि माना। सो ठोंक दिया मुकदमा सासू मां और साले साहब पर। अब मामला कोर्ट में है और चर्चा पूरी कचहरी में हो रही है। 


संबंधित खबरें