मैनपुरी: स्कूल बंदी से निजी स्कूल संचालकों में आक्रोश, सब्जी बेचकर यूं जताया विरोध, उठाई ये मांग
कोरोना कहर की त्रासदी के बीच बीते काफी अर्से से बंद चल रहे स्कूलों के कारण निजी स्कूल संचालकों का बुरा हाल है। निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि जब शराब के ठेके, मॉल, बाजार आदि सभी खुले हैं तो फिर सिर्फ स्कूलों को ही बंद क्यों रखा गया है।
मैनपुरी। कोरोना कहर की त्रासदी के बीच बीते काफी अर्से से बंद चल रहे स्कूलों के कारण निजी स्कूल संचालकों का बुरा हाल है। निजी स्कूल संचालकों का कहना है कि जब शराब के ठेके, मॉल, बाजार आदि सभी खुले हैं तो फिर सिर्फ स्कूलों को ही बंद क्यों रखा गया है। स्कूलों को जल्द खोलने की मांग को लेकर निजी स्कूल संचालकों ने सब्जी बेचकर अपना विरोध जताया।
इस दौरान भारी संख्या में एकजुट हुए निजी स्कूल संचालकों ने रैली निकालकर अपना विरोध दर्ज कराते हुए जल्द स्कूल खोलने की मांग उठाई। दरअसल सोमवार को पब्लिक स्कूल एसोसिएशन, मैनपुरी के बैनर तले भारी संख्या में आगरा रोड, बीएन गार्डन के पास निजी स्कूल संचालक एकजुट हुए। यहां उन्होंने स्कूल बंदी को लेकर जमकर आक्रोश जताते हुए सब्जी बेचकर अपना विरोध दर्ज कराया।
इस दरम्यान रैली भी निकाली गई, जिसमें भारी संख्या में निजी स्कूल संचालक मौजूद रहे। इस मौके पर सभी ने जल्द स्कूलों को खोलने की मांग उठाई साथ में कहा कि यदि शराब के ठेके, मॉल व बाजार खुले हुए है तो बच्चों के भविष्य को संवारने वालें शिक्षा के मंदिर आखिर बंद क्यों हैं? इस मौके पर सुशील कान्त उपाध्याय ने आनलाइन पढ़ाई को बच्चों के लिए हितकारी नहीं बताया।
उन्होंने कहा कि बच्चे मोबाईल से पढ़ते कम हैं और वीडियो गेम आदि ज्यादा खेलते है, जो उनके लिए नुकसान दायक है। वहीं पीयूष शुक्ला ने कहा कि लगातार स्कूल बंदी के कारण शिक्षा का स्तर गिर रहा है। उन्होंने कहा कि आनलाइन पढ़ाई का बच्चों पर शारीरिक व मानसिक रूप से भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है। साथ ही स्कूल संचालकों को भी आर्थिक रूप से बहुत नुकसान पहुंच रहा है।
इस मौके पर मौजूद डॉ. जितेन्द्र कुमार सक्सेना, विवेक पान्डेय,नरेन्द्र कुमार शाक्य, अभिषेक यादव, विनोद माहेश्वरी, नेरश सिंह चौहान,प्रदीप कुशवाहा,सलमान सिद्धिकी, अवधेश सिंह चौहान, राहुल अग्रवाल, कैप्टन अर्जुन सिंह, उपकार चर्तुवेदी समेत जिले के अन्य स्कूल प्रबंधक मौजूद रहे।