मैनपुरी नवोदय छात्रा प्रकरण: एसआईटी खुलासे के करीब, पूछताछ का दौर पूरा अब गिरफ्तारी की तैयारी
सूत्रों के अनुसार खुलासे के काफी करीब पहुंच चुकी एसआईटी के पास मुल्जिम के खिलाफ सबूत तो हैं, लेकिन जब तक वह पकड़ में नहीं आए हैं। एसआईटी की पकड़ से पहले यदि वह कोर्ट में सरेंडर करता है, तो निश्चित तौर पर जांच टीम के लिए परेशानी होगी।सूत्रों के अनुसार एसआईटी अब डीएफआर बना रही है।
मैनपुरी।साल 2019 में हुए जिले के चर्चित मामले में हाईकोर्ट की फटकार के बाद दोबारा गठित की गई एसआईटी तेजी से मामले में जांच पड़ताल को आगे बढ़ा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एसआईटी नवोदय छात्रा की हत्या व दुष्कर्म के मामले में खुलासे के बेहद करीब पहुंच चुकी है।
उसके हाथ फिलहाल मुल्जिम नहीं आ सके हैं। अब जांच दल आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट जा सकता है। इसको लेकर डीएफआर बनाई जा रही है। इसके जरिए मुल्जिम की गिरफ्तारी का वारंट जारी होगा।
तेजी ये चल रही जांच
एसआईटी दल गठन के बाद से ही तेजी से जांच पड़ताल में जुटी हुई है। दल ने अब तक कई संदिग्धों से पूछताछ किया, वहीं कई लोगों के डीएनए भी कराए गए हैं। सूत्रों के अनुसार खुलासे के काफी करीब पहुंच चुकी एसआईटी के पास मुल्जिम के खिलाफ सबूत तो हैं, लेकिन जब तक वह पकड़ में नहीं आए हैं।
एसआईटी की पकड़ से पहले यदि वह कोर्ट में सरेंडर करता है, तो निश्चित तौर पर जांच टीम के लिए परेशानी होगी।सूत्रों के अनुसार एसआईटी अब डीएफआर बना रही है। इसे कोर्ट में पेश कर वह मुल्जिम का गिरफ्तारी वारंट जारी कराने की तैयारी में है।
फिलहाल टीम का पूरा ध्यान इसी काम पर लगा है। पूछताछ का दौर तकरीबन समाप्त हो चुका है । फिर भी मामले से जुड़े कई तथ्यों पर जांच के लिए टीमें अपने स्तर पर जांच में जुटीं हैं।
यह होती है डीएफआर
आपकों बता दें कि सीबीआई, सीबीसीआईडी या एसआईटी जब किसी मामले की विवेचना पूर्ण कर लेती है, तो मुल्जिम की गिरफ्तारी से पहले डीएफआर (डिसक्लोजर फाइनल रिपोर्ट) बनाती है। इसको पूरी कमेटी पास करती है। फिर एसपीओ की राय लेती है, इसके बाद कोर्ट से वारंट लेकर गिरफ्तारी करती है।
बुधवार को टीम पहुंचीं स्कूल
बुधवार को एसआईटी के चार सदस्य नवोदय विद्यालय पहुंचे। वहां गेटकीपर से एंट्री रजिस्टर मांगा। काफी देर तक रजिस्टर देखने के बाद टीम के सदस्य पास के गांव महौली खेड़ा भी गए। नवोदय छात्रा कथित हत्या व दुष्कर्म के मामले में बुधवार को एसआईटी के चार सदस्य नवोदय जांच करने पहुंचे, लेकिन विद्यालय के अंदर जाने के बजाय सभी लोग बाहर ही रुक गए।
टीम ने गेटकीपर से कुछ बात की और रजिस्टर दिखाने के लिए कहा। गेटकीपर द्वारा रजिस्टर दिया गया, इसके बाद टीम के लोगों ने एंट्री करने वाले लोगों आदि का ब्यौरा देखा। रजिस्टर देखने के बाद टीम के सदस्य पास के गांव महौलीखेड़ा की ओर चले गए। करीब 10 मिनट बाद टीम गांव से वापस लौटी। इसके बाद टीम कुछ देर पड़ताल कर वहां से चली गई।
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