माशूका के इश्क में डूबा सुलेमान और उसका भाई भूल गया कि कानून के हाथ होते हैं बहुत लंबे

टीम भारत दीप |

हर अपराधी जुर्म करने से पहले खुद को मास्टरमाइंड मानता है।
हर अपराधी जुर्म करने से पहले खुद को मास्टरमाइंड मानता है।

मैनपुरी के थाना बरनाहल क्षेत्र में दिहुली के रहने वाले सुलेमान का आठ साल से आगरा की महिला से इश्क चल रहा था। दोनों एक दूसरे से बातें करते और साथ जीने मरने की कसमें भी खाते रहे।

मैनपुरी। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले की पुलिस ने एक अपहरण की झूठी घटना का खुलासा करते हुए मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया मुख्य आरोपी सुलेमान अपनी शादीशुदा प्रेमिका के साथ रहने के चक्कर में अपने भाई के साथ मिलकर अपहरण की पूरी योजना बना बैठा। 

हर अपराधी जुर्म करने से पहले खुद को मास्टरमाइंड मानता है। यही गलती सुलेमान और उसके भाई ने की। दोनों अपनी झूठी योजना को सच चोला पहनाने के लिए पुलिस के पास चले गए। पुलिस ने मामले में दूध का दूध और पानी का पानी करके अपराधियों को जेल की सलाखें दिखा दी हैं। 

बता दें कि मैनपुरी के थाना बरनाहल क्षेत्र में दिहुली के रहने वाले सुलेमान का आठ साल से आगरा की महिला से इश्क चल रहा था। दोनों एक दूसरे से बातें करते और साथ जीने मरने की कसमें भी खाते रहे। गजब ये कि दोनों ही अपनी-अपनी ओर से शादीशुदा थे। 

सुलेमान ने पुलिस को बताया कि एक रोज उसकी प्रेमिका जोकि पहले से दो बच्चों की मां है, उसका फोन आया कि मेरे पति ने मेरे साथ मारपीट की है और मुझे उसके साथ नहीं रहना है। इस पर सुलेमान ने प्यार पर जान कुर्बान करने की बात याद की और अपने ड्राइवर इमरान और राजस्थान में काम करने वाले दोस्त जाहिद की मदद से उसे भिवंडी राजस्थान में शिफ्ट करा दिया। 

समस्या यहां थी कि सुलेमान अपनी बीबी को छोड़े कैसे, इस उसने अपने भाई सद्दाम को किस्सा सुनाया। सद्दाम मियां भी बड़े शातिर निकले और उन्होंने अपने भाई की किडनैपिंग का कांड रच दिया और सुलेमान से कहा कि तू चिंता मत कर तेरा भाई है ना, सब संभाल लेगा। जा जी ले अपनी जिंदगी। 

सुलेमान ने बताया कि पहले उसे मैनपुरी में ईशन नदी के पुल पर वकील के यहां पेंडिंग काम निपटाया। इसके बाद ड्राइवर को स्क्रिप्ट बताकर और टैक्सी में बैठकर निकल लिया अपना प्यार पाने। इधर ड्राइवर भी नमक हलाल निकला और मैनपुरी-इटावा मार्ग पर अपहरण का पूरा खेल रचाकर घरवालों को खबर कर दी। 

इधर पूरे घटना के पटकथा लेखक सद्दाम मियां पहुंच गए दन्नाहार पुलिस के पास और भाई के अपहरण की तहरीर दे डाली। अपहरण सा ना दिखने वाला ये घटनाक्रम पहले से ही आइने की तरह साफ था। इसलिए मैनपुरी के माइंडब्लोइंग एसपी अजय कुमार ने बाकायदा एफआईआर लिखवाई और जेम्स बाॅंड सी चार टीमें लगा दी सुलेमान की तलाश में। 

48 घंटे में पूरा खेल खुल गया और अपने दोस्त जाहिद की सलाह पर नेपाल जाने की तैयारी कर रहे सुलेमान एसपी साहब  के सामने कहने लगे, जो भी कहूंगा, सच कहूंगा, सच के सिवा कुछ नहीं कहूंगा। मैनपुरी पुलिस अब सुलेमान, उसकी प्रेमिका   और जाहिद को भिवंडी राजस्थान से ले आई है। 

बड़े भाई सद्दाम हुसैन और ड्रावर इमरान उर्फ इमामी भी पुलिस हिरासत में हैं। अब ये भाई लोग जेल जाएंगे क्योंकि ये भूल गए थे कि अपराधी कितना भी शातिर हो लेकिन कानून के हाथ सबसे लंबे होते हैं।  


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