मैनपुरी में बुखार और डेंगू से नौ की गई जान, 25 मिले पाजिटिव, अस्पताल में नहीं मिल रहा इलाज

टीम भारत दीप |

बीमारों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग शिविर लगाकर लोगों का चेकअप कर रहा है।
बीमारों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग शिविर लगाकर लोगों का चेकअप कर रहा है।

मैनपुरी के कोतवाली क्षेत्र के गांव मोहनपुर निवासी ममता (35) पत्नी बृजेश और औंछा निवासी शांती देवी (87) पत्नी दिवारीलाल कई दिनों से बुखार से पीड़ित थीं। शनिवार को घर वाले उन्हें गंभीर हालत में लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

मैनपुरी। यूपी के मैनपुरी जिले में बुखार और डेंगू की वजह से मौत का सिलसिल दिन प्रतिनदन बढ़ता जा रहा है। जिला प्रशासन की लाख कोशिशें के बाद भी हालात काबू में नहीं आ आ रहे है।

बीते चौबीस घंटे में बुखार और डेंगू से नौ लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। जिले में सैकड़ों की संख्या में लोग गंभीर रूप से बीमा हैं। सरकारी से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। 

मैनपुरी के कोतवाली क्षेत्र के गांव मोहनपुर निवासी ममता (35) पत्नी बृजेश और औंछा निवासी शांती देवी (87) पत्नी दिवारीलाल कई दिनों से बुखार से पीड़ित थीं। शनिवार को घर वाले उन्हें गंभीर हालत में लेकर जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

कुसमरा चौकी क्षेत्र के गांव खद्दरा निवासी हिमांशु (16) पुत्र टिल्लू को सप्ताह भर से बुखार आ रहा था। परिवार वाले आगरा में उपचार करा रहे थे। जहां शनिवार की दोपहर उसकी मौत हो गई।

दो दिन बुखार के बाद मौत

इसी तरह कस्बा बेवर की पीपल वाली गली निवासी मांडवी मिश्रा (11) पुत्री अमित मिश्रा को दो दिनों से बुखार आ रहा था। जांच में डेंगू बताया गया था। घर वाले निजी चिकित्सक से उपचार करा रहे थे।

बाद में आगरा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं गढि़या किशनपुर की प्रधान ज्योती चौहान भी डेंगू की चपेट में हैं। लखनऊ के पीजीआई में भर्ती हैं। क्षेत्र के कई गांवों में बुखार के मरीज भर्ती हैं।

विकास खंड जागीर के गांव अजीतगंज निवासी रामकिशोरी पत्नी सोनपाल बाथम की जांच में डेंगू की पुष्टि की गई थी। उपचार के दौरान उनकी भी मौत हो गई। आलीपुरखेड़ा निवासी विकास (17) पुत्र राधाकृष्ण कठेरिया को बुखार आया था।

जांच में डेंगू ​मिला, हालत बिगड़ने पर घर वाले सैफई लेकर जा रहे थे। रास्ते में मौत हो गई। ग्राम पंचायत आलीपुरपट्टी के नगला खंदारी निवासी ललिता (52) पत्नी रनवीर शाक्य की भी डेंगू से इलाज के दौरान आगरा के निजी अस्पताल में मौत हो गई। खंदारी में दर्जनों लोग डेंगू की चपेट में हैं।

स्वास्थ्य शिविर में की गई जांच

बीमारों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग जगह- जगह कैंप लगाकर लोगों का चेकअप कर रहा है। इसी क्रम में आलीपुरपट्टी में मलेरिया इंस्पेक्टर विवेक राजपूत की देखरेख में शिविर लगाया गया। 75 मरीजों की जांच कर उपचार दिया गया।

बिछवां थाना क्षेत्र के गांव जरामई निवासी न्याम सिंह एड. (58) भी कुछ दिनों से बुखार से बीमार थे। शनिवार को उनकी मौत हो गई। करहल थाना क्षेत्र के गांव नगला चक निवासी कन्हैयालाल शाक्य (22) पुत्र रामकिशोर भी बुखार से बीमार थे।

इलाज के दौरान आगरा के एक निजी अस्पताल में उनकी मौत हो गई। चौबीस घंटों के अंदर 25 मरीजों में डेंगू बुखार की पुष्टि हुई है।

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