मनीष गुप्ता हत्याकांड: आरोपित इंस्पेक्टर जेएन सिंह और दरोगा अक्षय मिश्रा गिरफ्तार, आज हो सकती है पेशी

टीम भारत दीप |

छुट्टी के दिन हाजिर होने की फिराक में था ताकि अधिवक्ताओं के गुस्से से बच सके।
छुट्टी के दिन हाजिर होने की फिराक में था ताकि अधिवक्ताओं के गुस्से से बच सके।

मनीष गुप्ता की मौत के आरोपित इंस्पेक्टर जेएन सिंह, चौकी इंचार्ज रहे अक्षय मिश्रा कोर्ट में हाजिर होने की फिराक में थे। कानपुर और गोरखपुर पुलिस का गिरफ्तारी के लिए बढ़ते दबाव के बीच इंस्पेक्टर जेएन सिंह ने गोरखपुर के कई बड़े अधिवक्ताओं से संपर्क किया था।

गोरखपुर। यूपी के गोरखपुर जिले के होटल में कानपुर के प्रापर्टी डीलर व और व्यापारी मनीष गुप्ता हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपित इंस्पेक्टर जेएन सिंह और दरोगा अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया है।

गोरखपुर पुलिस ने शहर से इन दो आरोपित को गिरफ्तार किया है। यह दोनों छुट्टी के दिन कोर्ट में पेश होना चाहते थे,​ताकि वकीलों के आक्रोश से बच सकें। गिरफ्तरी के बाद दोनों से एसआईटी रामगढ़ताल थाने में पूछताछ कर रही है।

अन्य आरोपितों की तलाश में गोरखपुर के साथ ही कानपुर जिले की पुलिस छापेमारी कर रही है। दरोगा अक्षय मिश्रा के बाराबंकी के स्थित घर में रविवार को एक बार फिर से एसआईटी की टीम ने छापा मारा था, लेकिन वह वहीं नहीं मिला था। एसआईटी आज दोनों को कोर्ट में पेश कर सकती है। 

कोर्ट में हाजिर होना चाहते थे हत्यारोपित

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मनीष गुप्ता की मौत के आरोपित इंस्पेक्टर जेएन सिंह, चौकी इंचार्ज रहे अक्षय मिश्रा कोर्ट में हाजिर होने की फिराक में थे। कानपुर और गोरखपुर पुलिस का गिरफ्तारी के लिए बढ़ते दबाव के बीच इंस्पेक्टर जेएन सिंह ने गोरखपुर के कई बड़े अधिवक्ताओं से संपर्क किया था। हालांकि कुछ ने केस लड़ने से मना भी कर दिया था।

पिटाई से हुई थी मनीष की मौत

आपकों बता दें कि कानपुर के प्रापर्टी डीलर और व्यापारी मनीष गुप्ता की 27 सितंबर रात में पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। आरोप है कि होटल कृष्णा पैलेस में चेकिंग करने गए इंस्पेक्टर जेएन सिंह, अक्षय मिश्रा, विजय यादव समेत छह पुलिस वालों की पिटाई से मनीष की मौत हुई थी।

इस मामले में रामगढ़ताल थाने में हत्या का केस भी दर्ज है। इसकी जांच कानपुर एसआईटी कर रही है और जांच में पिटाई से मौत का मामला भी साफ हो चुका है। आरोपितों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया गया है।

हत्यारोपित जेएन सिंह भी कानून को बारीकी से जानता है इस वजह से वह कोर्ट में छुट्टी के दिन हाजिर होने की फिराक में था ताकि अधिवक्ताओं के गुस्से से बच सके।

सभी आरोपितों को पकड़ने की मांग

इधर दो आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद कारोबारी की पत्नी मनीषा गुप्ता ने बचे हुए चार आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।

मनीषा गुप्ता ने पहले बार पुलिस वालों की तारिफ करतीं हुई बोलीं बाकी आरोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए,जब तक सभी को फांसी की सजा नहीं हो जाती तब तक इंसाफ पूरा नहीं होगा। इंसाफ की लड़ाई पूरी होने तक मैं मैदान में डटी रहूंगी। 

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