पुलवामा हमले में शहीद कौशल किशोर की पत्नी बोलीं मेरी सुनवाई हो अन्यथा मैं प्राण त्याग दूंगी
शिक्षक संघ द्वारा दिए गए आर्थिक सहायता को पाने के लिए शहीद कौशल किशोर की पत्नी ममता रावत ने कई बार डीएम कार्यालय के चक्कर लगाए,सीएम कार्यालय तक अपनी फरीयाद लेकर गई, लेकिन उन्हें आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। ऐसे में ममता रावत ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है।
आगरा। पाकिस्तान समर्थित आंतकियों ने पुलवामा में सैनिकों पर कायराना हमला किया था। इस हमले में हमारे देश के 42 जवान शहीद हुए थे। इन शहीदों की सूची में एक नाम आगरा के रहने वाले शहीद कौशल किशोर रावत का नाम शामिल है।
कौशल किशोर ग्राम कहरई के रहने वाले थे। हालांकि सरकार ने 12 दिन के अंदर इस हमले का एअर स्ट्राइक करके बदला ले लिया था। सरकार की तरफ से सैनिकों के परिजनों की मदद भी की गई थी। लेकिन कौशल किशोर के परिजनों की आर्थिक सहायता देने के लिए शिक्षक संगठनों द्वारा वेतन से कटवा कर 65.57 लाख रुपये इकट्ठे किए गए थे।
जिन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करा दिया था। वह पैसा आज तक शहीद की पत्नी ममता रावत तक नहीं पहुंच सका है।शिक्षक संघ द्वारा दिए गए आर्थिक सहायता को पाने के लिए शहीद कौशल किशोर की पत्नी ममता रावत ने कई बार डीएम कार्यालय के चक्कर लगाए,सीएम कार्यालय तक अपनी फरीयाद लेकर गई, लेकिन उन्हें आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला।
ऐसे में ममता रावत ने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है। ममता रावत ने वीडियो में बात रखते हुए कहा कि उनके पति की शहादत के बाद सरकार द्वारा उनके नाम से द्वार बनाने की बात कही गई थी, इसके अलावा उनकी प्रतिमा को लगाई गई, लेकिन आज तक उसका उद्घााटन नहीं हुआ।
मेरी मांग है कि मेरे पति की प्रतिमा का जल्द से जल्द उद्घाटन किया जाए। एवं शिक्षक संघ द्वारा पैसे अपने वेतन से कटवाएं गए थे उसे मुझे तत्काल दिया जाए। अन्यथा मैं अपने पति की प्रतिमा के पास अनशन पर बैठूंगी जब नहीं सुनवाई होगी तो अपने प्राण त्याग दूंगी।
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