डॉ. अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर मायावती बोलीं, सत्ता में बैठे लोग बाबा साहब के विरोधी
डॉ. भीमराव आम्बेडकर का 66वां परिनिर्वाण दिवस है। उन्होंने पिछड़े तथा दलितों को कानूनी अधिकार देने का बड़ा काम किया। मायावती ने कहा कि बाबा साहब आम्बेडकर ने दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों और उपेक्षितों के उत्थान के लिए संघर्ष किया।
लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने डॉ. भीमराव आम्बेडकर की 66वीं पुण्य तिथि के अवसर पर उन्हें नमन किया। मायावती ने लखनऊ में भारत रत्न डॉ. भीमराव आम्बेडकर की पुण्यतिथि पर बाबा साहब को श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया को संबोधित किया।
पूर्व सीएम मायावती ने कहा कि देश आज बाबा साहब डॉ. भीमराव आम्बेडकर का 66वां परिनिर्वाण दिवस है। उन्होंने पिछड़े तथा दलितों को कानूनी अधिकार देने का बड़ा काम किया। मायावती ने कहा कि बाबा साहब आम्बेडकर ने दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यकों और उपेक्षितों के उत्थान के लिए संघर्ष किया।
इस समय केंद्र और राज्यों में जातिवादी सरकारों की उदासीनता के कारण उनके द्वारा तैयार किए गए संविधान में उन्हें दिए गए अधिकारों का लाभ नहीं मिल पा रहा है। बाबा साहब ने गरीबों के लिए संघर्ष किया।
देश के पहले कानून मंत्री बाबा साहब के विचारों का सदैव अनुसरण कर बसपा ने जनहित में ऐतिहासिक काम किये। आज जो लोग देश तथा कई राज्यों की सत्ता में बैठे हैं वह सभी लोग बाबा साहब के विरोधी लोग हैं।
हमें सत्ता परिवर्तन करना होगा। हम लोग सदैव बाबा साहब की सोच को लगातार आगे बढ़ाएंगे।बसपा प्रमुख ने भाजपा व सपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सड़कों पर उतरने से नहीं सत्ता परिवर्तन से सविधान बचेगा। बसपा संविधान बचाने और दलितों पिछड़ों के हक़ के लिए लड़ रही है।
मायावती ने चंद्रशेखर पर बोला हमला
इस अवसर पर मायावती ने चंद्रशेखर आजाद का नाम लिए बिना कहा कि कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए दलितों के वोटों को बांटना चाहते हैं। मायावती ने बसपा प्रदेश कार्यालय पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर को श्रद्धांजलि दी और कहा कि आज पूरे देश में बाबा साहब याद किए जा रहे है।
कुछ पार्टियां दलितों, पिछड़ों और वांचितों का वोट लेने के लिए दिखावे के लिए बाबा साहब को याद कर रही हैं। बसपा का लक्ष्य बाबा साहब के समता मूलक सोच को जिंदा रखना है। बसपा की चार सरकारों में इसी सोच के आधार पर काम किया गया।
उत्तराखंड में अकेले लड़ेगी बसपा
मायावती ने आज फिर दोहराया कि बसपा यूपी और उत्तराखंड में अकेले चुनाव लड़ेगी और 2007 से अधिक मजबूती से सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ ही हम उत्तराखंड में हमारी पार्टी अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
इसके साथ ही पंजाब में हमारी पार्टी का शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन हो गया है। मायावती ने कहा कि रविवार को चंदौली में एक विधायक ने कानून को अपने हाथ में लिया। यह बेहद शर्मनाक है।
जनता जानती है कि समाजवादी पार्टी के शासनकाल में गुंडागर्दी चरम पर थी, बसपा के शासनकाल में कानून राज चलता था। चाहे आज बीजेपी कहे कि उनके राज में कानून राज चल रहा है तो ऐसा कुछ नहीं है, यूपी में ऐसा कोई दिन नहीं जिस दिन छोटी जाति के ऊपर जुलुम न हो। मीडिया में ऐसी रिपोर्ट कम आती है।
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