मेरठ :अंधविश्वास में पड़कर युवती ने मंदिर में गर्दन काटकर चढ़ाई बलि,पुलिस तलाश रही वजह
मंगलवार शाम क्षेत्र के एक गांव के जंगल में बने देवी मंदिर में एक युवक पूजा करने पहुंचा। उसने मंदिर परिसर में एक युवती का खून से लथपथ शव पेड़ पर लटका हुआ देखा। युवक ने इसकी सूचना ग्रामीण को दी। युवती की मौत की खबर सुनते ही मंदिर के बाहर भीड़ जुट गई। मंदिर के अंदर प्रतिमा पर भी खून के निशान थे।
मेरठ। यूपी के मेरठ जिले में अंधविश्वास में पड़कर अपनी बलि चढ़ाने का मामला सामने आया है। यहां हैरान करने वाली बात है कि बलि चढ़ाने वाली युवती पढ़ी लिखी और समझदार थी, फिर क्यों उसने अपनी बलि चढ़ाई यह जांच का विषय है।
मेरठ के खरखौदा थाना क्षेत्र के एक गांव में युवती ने पहले अपनी गर्दन काटकर मंदिर माता को चढ़ाया फिर, परिसर में पेड़ पर फंदा डालकर फांसी पर लटक गई। परिवार ने पुलिस को बिना बताए ही युवती का अंतिम संस्कार कर दिया। सूचना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। परिवार के लोगों के खिलाफ भी साक्ष्य छिपाने के आरोप में कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
मंगलवार शाम क्षेत्र के एक गांव के जंगल में बने देवी मंदिर में एक युवक पूजा करने पहुंचा। उसने मंदिर परिसर में एक युवती का खून से लथपथ शव पेड़ पर लटका हुआ देखा। युवक ने इसकी सूचना ग्रामीण को दी। युवती की मौत की खबर सुनते ही मंदिर के बाहर भीड़ जुट गई।
मंदिर के अंदर प्रतिमा पर भी खून के निशान थे। मंदिर में रखे दीपक में खून था। मृतक युवती की गर्दन कटी हुई थी। बुधवार को शाम तक खरखौदा के आसपास के गांवों में युवती के बलि देने की सूचना फैलने लगी। इंस्पेक्टर संजय शर्मा ने मौके पर पहुंचकर क्राइमसीन देखा। उसके बाद घर वालों से पूछताछ की। मंदिर परिसर का निरीक्षण करने के बाद कुछ साक्ष्य कब्जे में लिए।
खून से जलाए दीए
युवती की आत्महत्या वाली जगह पर दीए में खून मिले। ऐसा माना जा रहा है कि युवती ने देवी को बलि देने के साथ ही खून से दिए जलाए। फिर खौफनाक कदम उठाया। पुलिस ने पूरा मंदिर सील कर लिया है। जांच शूरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि युवती ने अंधविश्वास में यह कदम उठाया है। जांच के बाद और स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहना है कि स्थानीय लोगों से ही युवती के मंदिर में आत्महत्या करने की सूचना मिली थी। उसके बाद पुलिस को मौके पर भेजा गया, तब तक परिवार के लोगों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था। फारेंसिंक टीम को भेजकर तथ्य जुटाए जा रहे है।
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