मिर्जापुर में बड़ा हादसा: जर्जर मकान गिरने से एक ही परिवार के 5 लोगों की दबकर मौत
इस हादसे में पांचों लोगों की मौत हो चुकी थी। चार शव पहले निकाला गया जबकि अंत में परिवार के मुखिया का शव मिला। वहीं सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस और फायर बिग्रेड के जवान राहत एवं बचाव कार्य में लगे रहे।
मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर शहर मंगलवार- बुधवार की दरमियानी एक बड़ा हादासा हो गया। यहां शाम को खाना-पीना करके सोया पांच लोगों का परिवार अब कभी नहीं सोकर उठ पाएगा क्योंकि आधी रात को उनका जर्जर मकान भरभराकर गिर गया।
मकान गिरने से एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा कोतवाली क्षेत्र के छोटी गुदरी में हुआ। यहां आधी रात को एक मकान धराशायी हो गया। छत के मलबे में एक ही परिवार के 5 लोग पति, पत्नी,दो पुत्र और एक पुत्री दब गए।
पुलिस ने कई घंटे मेहनत करके पांचों शवों को निकाला। इस हादसे में पांचों लोगों की मौत हो चुकी थी। चार शव पहले निकाला गया जबकि अंत में परिवार के मुखिया का शव मिला। वहीं सूचना मिलने पर मौके पर पुलिस और फायर बिग्रेड के जवान राहत एवं बचाव कार्य में लगे रहे। जिलाधिकारी ने मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो दो लाख देने की बात कही है।
रात ढाई बजे अचानक गिरी दीवार
बीती रात पूरा शहर गहरी नींद में सो रहा था। रात 02.30 बजे छोटी गुदरी स्थित आशुतोष रंजन पुत्र शिवप्रसाद गुप्त के पुराने मकान का छत अचानक गिर गया। जिसमें किराये पर रह रहे एक ही परिवार के 5 लोग उमाशंकर पुत्र भगवती प्रसाद उम्र 50 वर्ष, गुडिया पत्नी उमाशंकर उम्र 48 वर्ष, शुभम उम्र 22 वर्ष, सौरभ 18 वर्ष तथा संध्या उम्र 20 दब गए। जिसमें शुभम 22 का शव निकाल लिया गया, इसके बाद सभी का शव बरामद कर लिया गया।
मौके पर पहुंचे वरिष्ठ अधिकारी
मौके पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक नगर, क्षेत्राधिकारी नगर, प्रभारी फायर स्टेशन, थाना प्रभारी कोतवाली शहर पुलिस बल के साथ मौजूद है। पांचों शव मिलने के बाद राहत एवं बचाव कार्य बंद कर दिया गया। मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
दो-दो लाख रुपए का मुआवजा
हादसा स्थल पर पहुंचे मौके जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार ने इस हादसे को दु:खद बताया। कहा कि तीन पीढ़ी से यह लोग पुराने जर्जर मकान में किराए पर रह रहे थे। भवन जर्जर होने के कारण गिर गया। मुख्यमंत्री राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपए दिया जाएगा। वहीं एक साथ पूरे परिवार के खत्म होने के बाद गांव में सन्नाटा पसरा है।