मिशन 2022: पांच साल बाद चाचा-भतीजे में खत्म हुई दूरियां तो सैफई में मना जश्न, अब बदलेगा चुनावी समीकरण
सैफई में सपा और प्रसपा कार्यकर्ताओं ने हनुमान मंदिर घंटाघर पर एकत्रित होकर जश्न मनाया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गुरुवार को शाम लगभग 3:30 बजे अचानक अपने चाचा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव से मिलने उनके घर पहुंच गए।
इटावा। यूपी की राजनीति में सबसे बड़ा कुनबा, फिर एक हो गया है। हम बात कर रहे है। मुलायम सिंह यादव के परिवार का। पांच साल पहले विधानसभा चुनाव के दौरान शिवपाल सिंह यादव और अखिलेश यादव के बीच आई दूरियां अब इस चुनाव से ठकी पहे खत्म हो गई।
दोनों पार्टियों का आपस में समझौता होने के बाद चुनावी समीकरण बदल जाएगा। चाचा -भतीजे के एक होने की खुशी में उनके गृह जनपद सैफई में जमकर जश्न मना। लखनऊ में चाचा शिवपाल की भतीजे अखिलेश की मुलाकात और गठबंधन की सूचना आते ही सैफई में दीपावली जैसा उत्सव मनाया गया।
सैफई में सपा और प्रसपा कार्यकर्ताओं ने हनुमान मंदिर घंटाघर पर एकत्रित होकर जश्न मनाया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गुरुवार को शाम लगभग 3:30 बजे अचानक अपने चाचा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव से मिलने उनके घर पहुंच गए।
आतिशबाजी चलाकर मनाई खुशी
चाचा और भतीजे की इस मुलाकात की जानकारी सियासी गलियारे में आते ही यूपी की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। कुछ देर बाद अखिलेश यादव ने शिवपाल यादव के साथ अपनी तस्वीर ट्वीट कर इस बात की जानकारी भी दी। जानकारी मिलने पर सपा व प्रसपा के कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई।
ब्लाक अध्यक्ष संतोष शाक्य के नेतृत्व में सैकड़ों नेताओं ने आतिशबाजी चलाकर एक दूसरे को मिठाइयां खिलाई गई। सैफई में देर रात तक चाचा-भतीजा जिंदाबाद के नारे लगते रहे। इस दौरान सैफई गांव के प्रधान रामफल वाल्मीकि, प्रधान बघुइया राकेश यादव, प्रधान रामबाबू यादव, यदुवीर सिंह, विजय यादव, दिनेश मास्टर, चौधरी सुरेंद्र सिंह व अमरेश शाक्य आदि मौजूद रहे।
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