मिशन शक्ति: दो घंटे के लिए 65 बेटियों ने संभाली रामपुर की बागडोर, डीएम ने रिश्वतखोर बाबू को पकड़वाया
मेधावियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश के रामपुर में एक सराहनीय कदम उठाया है। यहां गुरुवार को दो घंटे के लिए जिले की हर छोटी बड़ी कुर्सी पर मेधावियों बेटियों को बैठाकर उनका उनका हौसला बढ़ाया गया।
रामपुर। मेधावियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश के रामपुर में एक सराहनीय कदम उठाया है। यहां गुरुवार को दो घंटे के लिए जिले की हर छोटी बड़ी कुर्सी पर मेधावियों बेटियों को बैठाकर उनका उनका हौसला बढ़ाया गया।
इंटर में टॉप करने वाली इकरा बी रामपुर की कलेक्टर की कुर्सी संभाली तो हाईस्कूल की टॉपर प्रियांशी सागर ने एसपी की जिम्मेदारी संभाली। इसके अलाा जिले के अन्य 65 प्रशासनिक कुर्सियों पर भी बैठाया गया ।
दो घंटे के लिए कलेक्टर बनी इकरा बी ने बरेली से आई विजिलेंस टीम से जिला कृषि अधिकारी दफ्तर के एक बाबू को 12 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़वाया।इस मामले में हालांकि तकनीकी तौर पर अनुमति पत्र पर कलेक्टर आन्जनेय सिंह ने ही दस्तखत किए।
टीम से पूछताछ और मौखिक अनुमति इकरा बी ने ही दिए। अन्य बेटियों ने भी अपने छोटे से कार्यकाल में कई अहम फैसले लेकर इस दिन को यादगार बना दिया।मिशन शक्ति के तहत गुरुवार को होनहार बेटियों को प्रोटोकाल के अनुसार सरकारी गाड़ियां उनके घर पहुंचीं और दफ्तरों में उनका अफसरों की तरह ही मान-सम्मान हुआ।
कलावती कन्या इंटर कॉलेज की टॉपर छात्रा इकरा बी ने डीएम की जिम्मेदारी संभाली। इसी दौरान बरेली से विजिलेंस की टीम एक बाबू को ट्रैप करने की अनुमति लेने पहुंच गई। इस पर डीएम ने इकरा को पूरी प्रक्रिया समझाई। इकरा ने टीम से पूरा मामला समझा और फिर कार्रवाई की अनुमति दे दी।
अनुमति लेने के बाद विजिलेंस टीम ने जिला कृषि अधिकारी दफ्तर के वरिष्ठ सहायक मनोज कुमार सक्सेना को 12 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। वह टांडा के रहने वाले मुस्तफा कमाल से बीज और उर्वरक लाइसेंस के नाम पर रिश्वत मांग रहा था। बाद में इकरा बी ने कृषक दुर्घटना बीमा योजना को लेकर भी बैठक की और इस दौरान कुल 24 मामलों में से चार मामले निरस्त कर दिए। दो मामलों को स्वीकृति भी दी। आठ मामलों को रिव्यू बोर्ड को भेजने के आदेश दिए।
इस विषय में आन्जनेय सिंह, जिलाधिकारी रामपुर का कहना है कि बेटियों को प्रोत्साहित करने और प्रशासनिक व्यवस्था समझाने के लिए मिशन शक्ति के तहत उन्हें अधिकारी नामित करने का निर्णय लिया गया था। तकनीकी तौर पर दस्तावेजों पर अफसरों ने ही दस्तखत किए हैं लेकिन रिश्वतखोर बाबू की गिरफ्तारी समेत कई अन्य महत्वपूर्ण निर्णय नामित जिलाधिकारी के कार्यकाल में लिए गए।
दो घंटे के कार्यकाल के बाद बिटिया इकरा बी ने कहा कि घूसखोरी देश की बड़ी समस्या, कड़ी कार्रवाई जरूरी है। घूसखोरी समाज और व्यवस्था को खोखला कर देती है। ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मेरे लिए आज का दिन सपने जैसा है। कुछ घंटे की जिम्मेदारी में बहुत कुछ सीखने और करने को मिला।
इसी प्रकार दो घंटे के लिए कुर्सी पर बैठी बेटियों ने अपने काम को कुशलता पूर्वक किया और सरकार के इस प्रयास से काफी खुश नजर आई, होनहार बेटियों का कहना है कि वह भविष्य में और मेहनत कर अपने सपनों को पूरा करेंगी।