एमएलसी चुनाव:भाजपा ने रचा इतिहास, शिक्षक कोटे की 6 सीटों में से 3 पर कब्जा, शिक्षक संघों का टूटा तिलिस्म
विशेषकर मेरठ से करीब 48 साल से लगातार जीतकर उच्च सदन पहुंच रहे और अजेय माने जाने वाले माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा जैसे नेता को हराकर पार्टी ने यह साबित कर दिया है कि उसके लिए अब कोई चुनौती मुश्किल नहीं है। यह पहला मौका है जब शिक्षक कोटे से भाजपा के एमएलसी उच्च सदन में पहुंचेंगे।
लखनऊ। लगातार मिल रही चुनावी विजय से भाजपा गदगद है। विधानसभा उपचुनावों में परचम लहराने के तुरन्त बाद अब एमएलसी चुनाव में भी भाजपा का दबदबा बढ़ा है। यहां भी भाजपा की करिश्माई चुनावी रणनीति ने विपक्षी खेमे की नींद उड़ा कर रख दी।
दरअसल विधान परिषद के शिक्षक कोटे की सीटों के चुनाव में एक बार फिर भाजपा की रणनीति सफल साबित हुई है। पार्टी ने शिक्षक कोटे की 6 सीटों के चुनाव में जिन चार पर प्रत्याशी उतारे थे, उनमें तीन पर जीत सुनिश्चित कर ली है।
विशेषकर मेरठ से करीब 48 साल से लगातार जीतकर उच्च सदन पहुंच रहे और अजेय माने जाने वाले माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा जैसे नेता को पटखनी देकर पार्टी ने यह साबित कर दिया कि उसके लिए अब कोई चुनौती मुश्किल नहीं है।
यह पहला मौका है जब शिक्षक कोटे से भाजपा के एमएलसी उच्च सदन में पहुंचेंगे। दरअसल गुरुवार से शुरु हुई विधान परिषद की शिक्षक व स्नातक कोटे की 11 सीटों पर मतगणना शुक्रवार को भी जारी रही। मेरठ से शिक्षक राजनीति के दिग्गज ओम प्रकाश शर्मा को तगड़ा झटका लगा है।
मेरठ से आठ बार विधान परिषद सदस्य रहे ओम प्रकाश शर्मा खुद तो चुनाव हारे ही हैं, उनके गुट (शर्मा गुट) को भी अपेक्षित सफलता नही मिली है। यहां शिक्षक क्षेत्र की छह सीटों में से भाजपा ने तीन पर कब्जा जमाया है। दो पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की है।
वहीं एक सीट समाजवादी पार्टी के खाते में गई है। कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला। बता दें कि भाजपा ने इस बार विधान परिषद चुनाव में काफी जोर लगाया था। प्रदेश संगठन भी इस चुनाव को लेकर काफी सक्रिय रहा।
जिसका नतीजा रहा कि भाजपा के श्रीचंद शर्मा ने मेरठ खंड क्षेत्र, उमेश द्विवेदी ने लखनऊ खंड क्षेत्र तथा हरि सिंह ढिल्लों ने बरेली-मुरादाबाद खंड शिक्षक क्षेत्र सीट पर जीत दर्ज की। वहीं निर्दलीय डॉ. आकाश अग्रवाल ने आगरा खंड क्षेत्र तथा धु्रव कुमार त्रिपाठी ने गोरखपुर-फैजाबाद खंड शिक्षक क्षेत्र से जीत दर्ज की।
वहीं भाजपा के गढ़ माने जाने वाले वाराणसी खंड शिक्षक क्षेत्र सीट पर समाजवादी पाटी के लाल बिहारी यादव ने जीत हासिल की है। इसे समाजवादी पार्टी की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है क्योंकि उसने प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में यह उपलब्धि हासिल की है।
मेरठ सीट की बात करें तो यहां शिक्षक सीट पर भाजपा प्रत्याशी श्रीचंद शर्मा को चुनाव अधिकारी ने जीत का प्रमाण पत्र दे दिया है। श्री चंद ने आठ बार के विजेता रहे दिग्गज ओमप्रकाश शर्मा को पराजित किया है। मेरठ खंड शिक्षक सीट पर भाजपा प्रत्याशी श्रीचंद शर्मा ने सभी वरीयता के मतों की गणना के बाद सर्वाधिक 8222 मत हासिल किए।
उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी आठ बार के विधान परिषद सदस्य ओमप्रकाश शर्मा को महज 3682 वोट मिले। श्रीचंद जीत के लिए निर्धारित 9,070 वोटों का आंकड़ा प्राप्त नहीं कर पाए, लिहाजा तड़के चार बजे सहायक रिटर्निंग अधिकारी अपर आयुक्त रजनीश राय के मुताबिक चुनाव आयोग से दिशा निर्देश मांगे गए हैं।
क्यों न भाजपा प्रत्याशी को विजयी घोषित कर दिया जाए। समाजवादी पार्टी ने भी शिक्षक और स्नातक पद के लिए प्रत्याशी उतारा। यहां पर सपा के प्रत्याशी धर्मेंद्र को प्रथम चरण में 407, द्वितीय चरण में 345 और आखिरी चरण में 236 वोट मिले। इनको कुल 1088 वोट मिले हैं।
वहीं बरेली-मुरादाबाद शिक्षक एमएलसी चुनाव में भाजपा के हरि सिंह ढिल्लो ने 7963 वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें 12827 वोट मिले, जबकि दूसरे स्थान पर रहे सपा प्रत्याशी संजय मिश्रा 4864 वोट ही पा सके। तीसरे चरण में सभी 26803 वोटों की प्रथम वरीयता की गिनती हो गई।
इनमें 1250 निरस्त हुए। कांग्रेस के प्रत्याशी मेहंदी हसन को महज 276 वोट मिले, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. राजेन्द्र गंगवार को 1162 और राम बाबू शास्त्री ने 2016 मत हासिल किए। अभिषेक द्विवेदी और पुष्पेंद्र कुमार ऐसे निर्दलीय प्रत्याशी थे, जिन्हें महज चार-चार वोट मिले।
वहीं लखनऊ में शिक्षक सीट पर भाजपा के उमेश कुमार द्विवेदी को कुल 7065 मत मिले। इन्होंने डॉ महेंद्रनाथ राय को 3247 वोट से हराया। शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए तड़के तक चली मतगणना में भाजपा प्रत्याशी उमेश कुमार द्विवेदी ने जीत दर्ज की।
यहां कुल पड़े 17985 मतों में से 17077 वैध मतों की गिनती में उमेश द्विवेदी को 7065 वोट मिले। निर्दलीय प्रत्याशी डा.महेंद्र नाथ राय को 3818 मत मिले। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी उमाशंकर को 2238 प्रथम वरीयता मत मिले।
निर्दलीय प्रत्याशी डा.आरपी मिश्र को 1975, शाह आलम खान को 1269 और सोहन लाल वर्मा को 986 मत मिले थे। इस तरह भाजपा प्रत्याशी को जीत दर्ज करने में सफल रहे। वहीं आगरा में शिक्षक सीट एमएलसी चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. आकाश अग्रवाल ने जीत दर्ज की है।
वह मंडी समिति में मतगणना स्थल के बाहर समर्थकों के साथ जश्न मना रहे हैं। डॉ. आकाश अग्रवाल ने भाजपा के भाजपा प्रत्याशी डॉ. दिनेश कुमार वशिष्ठ को शिकस्त दी। आगरा खंड स्नातक एवं शिक्षक विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) चुनाव की मतगणना के दूसरे दिन शिक्षक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी डॉ आकाश अग्रवाल जीत गए हैं।
दूसरी वरीयता में डॉ आकाश को 6690 वोट मिले हैं जबकि भाजपा प्रत्याशी डॉ दिनेश वशिष्ठ को 4319 वोट मिले। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार दिनेश वशिष्ठ को 2376 वोटों से हरा दिया है। अब आकाश अग्रवाल को विजयी प्रमाण पत्र मिलना बाकी रह गया है।
दरअसल यहां पर गुरुवार रात करीब एक घंटे हंगामे के बाद देर शाम भाजपा प्रत्याशी ने पुनर्मतगणना के लिए आवेदन किया, जिसे प्रशासन ने खारिज कर दिया। दूसरे चरण में निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. आकाश अग्रवाल को 5798 और भाजपा प्रत्याशी डॉ. दिनेश वशिष्ठ को 3685 वोट मिले।
पहले राउंड में भाजपा प्रत्याशी को 2718, जबकि निर्दलीय प्रत्याशी को 2601 वोट मिले थे। निवर्तमान एमएलसी जगवीर किशोर जैन पहले राउंड में ही मुकाबले से बाहर हो गए। वहीं दूसरी ओर स्नातक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी डॉ हरि किशोर तिवारी आगे निकल गए हैं।
स्नातक सीट पर रोचक मुकाबले के तीसरे चरण में निर्दलीय हरि किशोर को 11855 वोट मिले हैं, जबकि दूसरे नंबर पर सपा प्रत्याशी डॉ असीम यादव हैं, यादव को 11376 वोट मिले हैं। तीसरे नंबर पर भाजपा प्रत्याशी मानवेंद्र सिंह हैं, मानवेंद्र सिंह को 10144 वोट मिले हैं।
तीसरे चरण में कुल 41994 वोट गिने जा चुके हैं। स्नातक सीट पर चैथे चरण की मतगणना शुरू हो चुकी है। इसमें करीब दो घंटे का समय लगेगा। वहीं गोरखपुर-फैजाबाद शिक्षक सीट पर भाजपा समर्थित उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट) के ध्रुव त्रिपाठी ने लगातार तीसरा चुनाव जीता है।
उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अजय सिंह को 1935 मतों से दी शिकस्त। निर्दल राजीव यादव को तीसरा स्थान मिला। यहां समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अवधेश यादव चैथे स्थान पर रहे। धु्रव कुमार त्रिपाठी ने जीत की हैट्रिक लगाई है। इस सीट पर लगातार तीन बार जीतने वाले वह पहले प्रत्याशी बन गए हैं।
उन्होंने अपने निकतटम प्रतिद्वंद्वी अजय सिंह को 1935 मतों से पराजित किया। ध्रुव को 11154 जबकि अजय सिंह को 9219 वोट मिला। चुनाव का फैसला दूसरी वरीयता के मतों की गिनती के बाद हुआ। 16 में से 14 प्रत्याशी परिणाम की दौड़ से बाहर (एलिमिनेट) होते गए।
नई पेंशन के खिलाफ चुनाव लडने वाले निर्दल प्रत्याशी राजीव यादव ने 4529 मत हासिल करते हुए तीसरा स्थान मिला है। चैथे स्थान समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अवधेश कुमार यादव ने हासिल किया, उन्हें 2667 वोट मिले। मंडलायुक्त- रिटर्निंग अधिकारी जयंत नार्लीकर ने विजयी प्रत्याशी को प्रमाण पत्र प्रदान किया है।
वहीं एमएलसी वाराणसी खंड शिक्षक कोटे की सीट पर समाजवादी पार्टी के लाल बिहारी यादव ने जीत दर्ज की है। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी शिक्षक नेता ओम प्रकाश शर्मा गुट के डा. प्रमोद कुमार मिश्र को हरा दिया। लाल बिहारी को 7248 वोट तो वहीं मिश्र को 6830 वोट हासिल हुए।
शिक्षक सीट पर पिछले 10 साल से काबिज निवर्तमान विधायक चेतनारायण सिंह मतगणना के प्रारंभ से अंत तक तीसरे स्थान पर ही रहे। वहीं स्नातक सीट पर भी सपा बढ़त बनाए हुए है। सपा के आशुतोष सिन्हा 11510 वोट पाकर भाजपा के केदार सिंह से 2140 वोट से आगे हैं।
केदार सिंह को 9370 वोट मिले हैं। स्नातक सीट पर कुल 22 प्रत्याशी मैदान में हैं। 82 हजार 498 वोट पड़े हैं। जीत के लिए कोटा निर्धारित कर दिया गया है। गिनती जारी है। खबर लिखे जाने तक खंड स्नातक की पांच सीटों पर गिनती जारी है। इलाहाबाद-झांसी और आगरा की ही मतगणना शुरू हो सकी थी।
तीन चरण की मतगणना के बाद चार बार के विधायक व भाजपा प्रत्याशी यज्ञदत्त शर्मा 652 मतों से आगे थे। आगरा की मतगणना देर रात शुरू हो गई, जिसमें भाजपा के मानवेंद्र सिंह आगे चल रहे थे।
वहीं लखनऊ स्नातक निर्वाचन खंड की मतगणना के पहले राउंड अन्त के साथ निर्दलीय उम्मीदवार कांति सिंह भाजपा के अवनीश कुमार सिंह से 1000 वोटो से आगे थी। बता दें कि बूथ संख्या 181 की मतपेटी में गड़बड़ी को लेकर हंगामा की भी खबर आई थी।
और इस बाबत कांति सिंह की ओर से देर रात जिला प्रशासन से लिखित शिकायत भी की गई थी। निर्दलीय प्रत्याशी कांति सिंह भाजपा के अवनीश कुमार सिंह से 1000 प्रथम वरीयता मतों से आगे हैं। तीसरे स्थान पर ब्रज किशोर शुक्ल हैं । वहीं सपा के राम सिंह राणा चैथे स्थान पर चल रहे हैं।