शिक्षकों के लिए जिए और शिक्षकों के लिए ही जीवन अर्पण कर गए MLC ओम प्रकाश शर्मा

टीम भारत दीप |

ओमप्रकाश शर्मा 48 साल तक एमएलसी बनकर अजेय रहे।
ओमप्रकाश शर्मा 48 साल तक एमएलसी बनकर अजेय रहे।

निधन से पहले वे प्रदेश व्यापी उपवास पर डीआईओएस कार्यालय में बैठे थे। बताया गया है कि इसी दौरान अचानक उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया। मेरठ के शास्त्रीनगर स्थित आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

मेरठ। उत्तर प्रदेश में शिक्षक राजनीति का अटल चेहरा रहे उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व शिक्षक एमएलसी ओमप्रकाश शर्मा (87) का शनिवार रात करीब 9 बजे निधन हो गया। शिक्षक हित में अपना सर्वस्व देने वाले शर्मा ने अंतिम सांस भी शिक्षक हित में ही ली ही। 

निधन से पहले वे प्रदेश व्यापी उपवास पर डीआईओएस कार्यालय में बैठे थे। बताया गया है कि इसी दौरान अचानक उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया। मेरठ के शास्त्रीनगर स्थित आवास पर उन्होंने अंतिम सांस ली। 

ओमप्रकाश शर्मा 48 साल तक मेरठ-सहारनपुर की विधान परिषद शिक्षक सीट पर एमएलसी बनकर अजेय रहे। इस बार पहली दफा वह भाजपा के प्रत्याशी से हार गए थे। 

मेरठ में माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री महेश चंद शर्मा ने बताया कि ओम प्रकाश शर्मा शनिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय पर चल रहे प्रदेशव्यापी धरने में भी शामिल हुए थे। वह कई दिन से पेचिश की बीमारी से ग्रसित थे। 

रात में उनके निधन की सूचना मिली। इसी 5 जनवरी को 87 साल के हुए थे।

सीएम योगी ने जताया दुख 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक नेता व पूर्व विधान परिषद सदस्य ओम प्रकाश शर्मा के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि ओम प्रकाश शर्मा वरिष्ठ एवं अनुभवी शिक्षक नेता थे। वह शिक्षक कल्याण व शिक्षा जगत के लिए सदैव तत्पर रहे। 

उनके निधन से शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए उनके शोक संतप्त  परिजनों के  प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।

शिक्षक संघ मतलब ओम प्रकाश शर्मा
शिक्षक और प्रिंसिपल रहे ओपी शर्मा 1970 के दशक से लगातार शिक्षक संघ की ओर से इस सीट की नुमाइंदगी कर रहे थे। इस बार भी उन्हें जीत का पूरा भरोसा था। 

माध्यमिक शिक्षक संघ (शर्मा गुट) से जुड़े रहे ओपी शर्मा शिक्षक संघ के लिए काम करते रहे और पिछले कई दशक से शिक्षक संघ के पर्याय बन गए थे। शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।

दिवंगत एमएलसी ओमप्रकाश शर्मा के दो बेटे और दो बेटियां हैं। बड़े बेटे अमित प्रकाश लुधियाना में इंजीनियर हैं, जबकि छोटे बेटे डॉ. अखिल प्रकाश मेरठ में न्यूरो सर्जन हैं। इनकी पुत्रवधू डॉ. पूजा शर्मा स्वास्थ्य विभाग में एसीएमओ हैं।

एक पुत्रवधु बिंदु शर्मा विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। इनकी एक बेटी शांता स्मारक स्कूल में प्रिंसिपल हैं और दूसरी बेटी नोएडा में जूनियर हाईस्कूल में शिक्षिका हैं। उनके निधन पर क्षेत्र में शोक व्याप्त है।

सांसद ने जताया शोक 
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि ओम प्रकाश शर्मा शिक्षक हितों के लिए अंतिम समय तक संघर्ष करते रहे। 

वो शिक्षक राजनीति का एक बड़ा नाम थे और सबसे बड़ी बात यह है कि वह मेरठ से थे। यह हमारे लिए गौरव की बात है। उनके निधन से अपूरणीय क्षति हुई है मेरी तरफ से उन्हें सादर नमन और श्रद्धांजलि।

शिक्षक जगत में शोक की लहर 
शनिवार शाम को ओमप्रकाश शर्मा के निधन की मिलते ही उत्तर प्रदेश के शिक्षक जगत में शोक की लहर दौड़ गई। शिक्षक नेताओं ने शर्मा के संघर्ष को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। 


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