झाड़ू नहीं छोड़ेंगी पंजाब के सीएम चन्नी को हराने वाले आप विधायक की मां , बोलीं- विधायक बेटा बना है मैं नहीं
लाभ सिंह की मां बलदेव कौर एक सरकारी स्कूल में संविदा सफाई कर्मचारी हैं। बलदेव ने उस वक्त सभी को हैरान कर दिया जब वो शुक्रवार को झाड़ू लेकर ड्यूटी के लिए पहुंच गईं। एक दिन पहले ही उनके बेटे ने कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार को 37,558 के बड़े अंतर से हराया था।
चंडीगढ़। देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद आए परिणाम की बाद सबसे ज्यादा चौंकाने वाले नतीजे पंजाब से आए है। इस बार आप की आंधी में पंजाब की सियासत में बड़े—बड़े धुरंधर हार गए,इससे भी चौंकाने वाली बात है कि इन धुरंधरां को हराने वाले सबसे बहुत आम आदमी है।
कुछ ऐसी ही कहानी हैं पंजाब के निर्वतमान सीएम चन्नी को हराने वाले आप विधायक के परिवार की। हम बात कर रहे लाभ सिंह की जिनकी मां सफाईकर्मी की नौकरी छोड़ेंने को तैयार नहीं हैं।
दरअसल लाभ सिंह की मां बलदेव कौर एक सरकारी स्कूल में संविदा सफाई कर्मचारी हैं। बलदेव ने उस वक्त सभी को हैरान कर दिया जब वो शुक्रवार को झाड़ू लेकर ड्यूटी के लिए पहुंच गईं। एक दिन पहले ही उनके बेटे ने कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार को 37,558 के बड़े अंतर से हराया था।
लाभ सिंह के अलावा कई ऐसे आम आदमी जीतकर आए है,जिनके बारे में कभी कल्पना नहीं की जा सकती थी, लेकिन आप की आंधी में देश की राजनीति में एक बड़ा बदलाव का संकेत दिया है कि चुनाव पैसे नहीं बल्कि अच्छे मनोयोग से जीता जा सकता है।
बेटा विधायक बना है मैं नहीं
बलदेव कौर ने कहा, "उन सभी ने सोचा कि मैं अपने बेटे की जीत के कम से कम एक दिन बाद काम पर नहीं आऊंगी। लेकिन मैंने साफ कर दिया कि मेरा बेटा विधायक बना है, मैं नहीं। मैं अभी भी एक संविदा सफाई कर्मचारी हूं। मुझे अपनी नौकरी क्यों छोड़नी चाहिए?"
सर्विस को रेगुलर नहीं करने पर हैं नाराज
वह पिछले 22 वर्षों से बरनाला जिले के अपने पैतृक गांव उगोके में स्कूल में काम कर रही हैं। वह अपनी सर्विस को रेगुलर नहीं करने को लेकर सरकार से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि नियमित करने के लिए मेरे मामले को बार-बार आगे बढ़ाया गया, लेकिन इसे हर बार खारिज कर दिया गया।
सफाई कर्मी बलदेव की उम्र 50 साल से अधिक हो चुकी हैं। उनका कहना है कि उन्होंने अपने विधायक बेटे से साफ तौर पर कहा है कि वह अपनी नौकरी नहीं छोड़ेगी। उन्होंने कहा, "मैं जो कर रहीं हूं, उस पर मुझे गर्व है। मेरी नौकरी ही उस दौरान आय का अहम स्रोत रही है, जब हमारा परिवार अपना गुजारा करने के लिए संघर्ष कर रहा था।
बलदेव कौर का घर उनके परिवार की विनम्रता को दर्शाता है। लाभ सिंह सीएम चन्नी के खिलाफ 'असली बनाम नकली गरीब' का चुनावी मुद्दा बनाने में सफल रहे। बलदेव कौर के पति दर्शन सिंह जीवन भर मजदूर रहे, लेकिन हाल ही में एक आंख की सर्जरी के बाद उन्होंने काम करना बंद कर दिया।
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