दो बच्चों की मां घर छोड़कर भागी, चार दिन बाद लौटी तो प्रेमी के साथ रहने की जिदद पर अड़ी
परिवार वालों ने महिला पर बंदिशें लगाना शुरू कर दिया महिला को बर्दाश्त नहीं हुआ, फिर उसने परिवार रूपी दीवार को तोड़ने के लिए घर से भाग जाना मुनासिब समझा। एक दिन महिला अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए अपने घर को छोड़ दिया। महिला के घर से भागते ही घर वाले बेचैन हो गए।
बिहार। एक बहुत प्रचलित कहानी है कि यदि किसी पर किसी का दिल आ जाए तो फिर उसके लिए वहीं सबकुछ होता है। बाकी सब बेकार हो जाता है । इसी कहावत को चरितार्थ कर रही है।
एक महिला की कहानी जो अपने देवर के साथ बाकी का जीवन जीने के लिए अपने दो बच्चों और पति से ऐसा मुह मोड लिया कि उसे अब कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा है। यह कहनानी है। बिहार के भागलपुर जिले के इशाकचक थाना क्षेत्र की।
यहां की रहने वाली एक महिला के घर उसके उसका रिश्तेदार अक्सर आता-जाता था, धीरे -धीरे दोनों की आंखे दो चार हुई और दिल ही दिल एक -दूसरे को चाहने लगे। फिर दोनों का प्यार इतना पक्का हो गया कि दोनों ने एक साथ जीवन जीने के लिए तैयार हो गए।
इस बीच परिवार को इसकी भनक लग गई। परिवार वालों ने महिला पर बंदिशें लगाना शुरू कर दिया महिला को बर्दाश्त नहीं हुआ, फिर उसने परिवार रूपी दीवार को तोड़ने के लिए घर से भाग जाना मुनासिब समझा।
एक दिन महिला अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए अपने घर को छोड दिया। महिला के घर से भागते ही घर वाले बेचैन हो गए। परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। फिर पुलिस उन दोनों की तलाश करने लगी। चार दिन बाद अचानक महिला घर लौट आती है।
देवर के साथ रहने की जताई इच्छा
चार दिन बाद लौटी महिला ने देवर के साथ रहने की इच्छा जताई तो सभी हैरान रह गए। परिजन बच्चों की दुहाई देकर महिला को मनाने में लगे थे, लेकिन प्यार के आगे अंधी महिला को कुछ और मंजूर नहीं था।
यहां दोनों पक्षों को पुलिस के सामने पेश किया गया। दोनों पक्षों से पुलिस ने लिखित तहरीर ली है। महिला प्रेमी संग रहने की जिद पर अड़ी थी। मामले के निपटारे के लिए पुलिस ने महिला हेल्पलाइन से काउंसलर को बुलाया है।