मुख्तार अंसारी की पत्नी और बेटों ने एसपी के सामने सरेंडर किया पासपोर्ट
जिला प्रशासन द्वारा मुख्तार अंसारी की पत्नी व उनके दोनों बेटों अब्बास एवं उमर अंसारी के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इनके नाम से संचालित महुआबाग में स्थित गज होटल के अवैध निर्माण को गिराने के साथ ही निर्माण के लिए जमीन की धांधली का आरोप लगाते हुए शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज किया था।
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश सरकार का दबाव अब धीरे- धीरे काम आने लगा है। कोर्ट के निर्देश के बाद मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शां अंसारी व दोनों बेटों अब्बास एवं उमर अंसारी ने एसपी डाॅक्टर ओमप्रकाश सिंह के समक्ष सोमवार को अपना-अपना पासपोर्ट जमा कर दिया।
हाइकार्ट ने इन्हें निर्देश दिया था कि एसपी के यहां अपना पासपोर्ट जमा कर दें, ताकि चल रही जांच में कोई बाधा नहीं आए।उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर शासन के एंटी माफिया अभियान के तहत जिला प्रशासन द्वारा मुख्तार अंसारी की पत्नी व उनके दोनों बेटों अब्बास एवं उमर अंसारी के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
इनके नाम से संचालित महुआबाग में स्थित गज होटल के अवैध निर्माण को गिराने के साथ ही निर्माण के लिए जमीन की धांधली का आरोप लगाते हुए शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज किया था। अफ्शां अंसारी की जमानत अर्जी को सत्र न्यायालय ने खारिज कर दिया था। इस पर वह हाइकोर्ट चली गईं।
कोर्ट ने अफ्शां अंसारी की अग्रिम जमानत की अर्जी को मंजूर कर लिया। इससे पहले मुख्तार अंसारी के दोनों बेटों अब्बास और उमर अंसारी को नौ फरवरी तक इसी मामले एंटीसिपेटरी बेल न्यायालय ने पहले ही दे दिया था।
कोर्ट ने देश से बाहर जाने पर रोक लगा दी है और पासपोर्ट पुलिस अधीक्षक के समक्ष जमा करने का आदेश दिया था। कोर्ट के इस आदेश पर सोमवार को मुख्तार पत्नी व दोनों ने अपना पासपोर्ट एसपी के समक्ष जमा कर दिए। इस संबंध में पूछने पर पुलिस अधीक्षक डाॅ. ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि मुख्तार की पत्नी अफ्शां अंसारी व दोनों बेटों अब्बास एवं उमर अंसारी ने कार्यालय में उपस्थित होकर अपने पासपोर्ट सौंपे।
मुख्तार अंसारी को लाने में आ रही बाधा
मालूम हो कि यूपी सरकार बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में पूछताछ के लिए पंजाब से लाना चाहती है। लेकिन पंजाब सरकार हर बार कोई न कोई बाधा खडी कर देता है। इसे लेकर पिछले दिनों पूर्व विधायक की पत्नी द्वारा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को खत लिखकर कांग्रेस सरकार पर माफिया और उसके परिवार को संरक्षण देने का आरोप लगाया था।