न लाठी न डंडा, पुलिस ने अपनाया ये फंडा: लॉकडाउन में बेवजह बाहर घूम रहे लोगों की यूं उतारी आरती
अपडेट हुआ है:
आमतौर पर पुलिस का नाम आते ही ज़ेहन में डर व लाठी—डंडों से लैस पुलिस की क्रूरता ही दिखाई पड़ती है। लेकिन बहुत से ऐसे मामले भी हाल—फिलहाल सामने आते रहे हैं, जिसने पुलिस को लेकर आम आदमी के मन में सकारात्मक छवि भी गढ़ी है। मगर ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि पुलिस नियम तोड़ने पर जनता का फूलमाला पहना कर स्वागत करें, उनकी आरती उतारे। आप मानो या न मानो। यह सच साबित हुआ है।
सोशल मीडिया डेस्क। क्या आप कल्पना कर सकते हो कि पुलिस के सामने नियम तोड़ रहे आम आदमी पर लाठी न चले। बल्कि उनका फूलमाला पहनाकर स्वागत किया जाए। उनकी आरती उतारी जाए, लेकिन ऐसा हुआ है।
लॉकडाउन में घर से बाहर घूम रहे लोगों पर जब कोर्ट ने पुलिस को लाठी का इस्तेमाल करने पर रोक लगा दी तो पुलिस ने यह फंडा अपनाया और गांधीगिरी के जरिए उन्होंने लोगों को ऐसा न करने की नसीहत भी दी। अमूमन पुलिस को लेकर आम आदमी की धारणा सकारात्मक नहीं रहती।
आमतौर पर पुलिस का नाम आते ही ज़ेहन में डर व लाठी—डंडों से लैस पुलिस की क्रूरता ही दिखाई पड़ती है। लेकिन बहुत से ऐसे मामले भी हाल—फिलहाल सामने आते रहे हैं, जिसने पुलिस को लेकर आम आदमी के मन में सकारात्मक छवि भी गढ़ी है। मगर ऐसा शायद पहली बार हुआ है कि पुलिस नियम तोड़ने पर जनता का फूलमाला पहना कर स्वागत करें, उनकी आरती उतारे।
आप मानो या न मानो। यह सच साबित हुआ है। इसके नेपथ्य में भले ही कोर्ट का अदेश भी सहारा बना हो,लेकिन ऐसा हुआ है। दरअसल सोशल मीडिया पर एक खबर वीडियो के साथ वायरल हो रही है। जिसमें पुलिस लॉकडाउन का नियम तोड़ने वालों का फूलमाला पहनाकर स्वागत कर रही है। उनकी आरती उतार रही है। कहा गया कि कोर्ट ने लोगों पर लाठी—डंडे का इस्तेमाल करने से मना किया है।
ऐसे में पुलिस ने यह फंडा अपनाकर लोगों को लॉकडाउन में नियम का पालन करने की नसीहत भी दी । मामला कर्नाटक का बताया जा रहा है। दरअसल टीवी पत्रकार सुशान्त सिन्हा ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा,'तो आरती उतारें क्या'..कई बार गुस्से में कही जाने वाली ये लाइन कर्नाटक में चरितार्थ हो गई, जहां कोर्ट ने लॉकडाउन में भी बाहर घूमने वालों पर लाठी चलाने से मना कर दिया।'
वहीं सुशान्त के इस ट्वीट पर तरह—तरह की प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही हैं। कहीं प्रतिक्रिया में पीएम मोदी बंगाल चुनाव में भीड़ की फोटो ट्वीट कर सरकार की नाकामी पर हमला बोला जा रहा है तो कहीं गृहमंत्री अमित शाह की फोटो ट्वीट करके लोग इन हालातों के लिए केन्द्र सरकार पर अपना गुस्सा भी निकाल रहे हैं और सरकारों की नाकामी पर सवाल उठा रहे है।