अब किसान लखनऊ में भी आन्दोलन को देंगे धार, 26 जनवरी को लेकर बनाया ये प्लान
इसके लिए किसान नेताओं ने 26 जनवरी को यहां विधानसभा पर बड़ा आन्दोलन करने की रणनीति बनाई है। इसी क्रम में रविवार को भारतीय किसान मंच, प्रदेश अध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह के निवास स्थान ढोलई कलां में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक की गई ।
लखनऊ। दिल्ली की सीमाओं पर केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आन्दोलन को लेकर सरकार द्वारा अपनाई जा रही रणनीति पर किसानों में काफी आक्रोश है। अब किसानों ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी आन्दोलन को और धार देने का मन बनाया है। इसके लिए किसान नेताओं ने 26 जनवरी को यहां विधानसभा पर बड़ा आन्दोलन करने की रणनीति बनाई है।
इसी क्रम में रविवार को भारतीय किसान मंच, प्रदेश अध्यक्ष शिव प्रकाश सिंह के निवास स्थान ढोलई कलां में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक की गई ।
बैठक में भारतीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी, महिला प्रकोष्ठ राष्ट्रीय अध्यक्ष पारुल भार्गव, भारतीय किसान यूनियन टिकैत से प्रदेश सचिव उमेश पाण्डे, संगतिन किसान मजदूर संगठन से ऋचा सिंह, राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन से पिंदर सिंह सिद्धू व सिख प्रतिनिधि बोर्ड से सरदार निर्भय सिंह सहित पदाधिकारी साथी मौजूद रहे।
यहां कहा गया कि नए कृषि कानूनों के विरुद्ध चल रहे आंदोलन में भाजपा सरकार द्वारा अपनाए जा रहे अड़ियल रवैय्ये के कारण आंदोलन में अब तक दर्जनों किसान शहीद हो चुके हैं। बावजूद इसके जिम्मेदारों के चेहरे पर जूं तक नहीं रेंग रही है। यहां चर्चा में भविष्य की रुपरेखा पर विचार विमर्श किया गया भी हुआ।
भा.कि.मं. के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी ने कहा कि वर्तमान में शासन द्वारा किसानों के प्रति दुर्भावना का व्यवहार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शासन की कार्यशैली तुगलक जैसी है, सच से मुंह छुपाकर झूठ का डंका बज रहा है।
आजादी के बहत्तर वर्षों में हमेशा से अधिक शोषण गरीबों का हुआ है, और अब हम सभी को जाग जाने का समय है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह लड़ाई जाति-धर्म की नहीं, पूंजीपतियों के पास गिरवी रखने के खिलाफ है। वहीं इस दौरान भारतीय किसान मंच महिला प्रकोष्ठ कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पारुल भार्गव ने कहा कि हम सबको एकजुट होकर संघर्ष करना होगा।
इस पूरी बैठक में भारतीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में एक संयुक्त किसान समिति का गठन हुआ और आगामी राष्ट्रीय पर्व 26 जनवरी को लखनऊ विधानसभा पहुंचकर वृहद आन्दोलन करने के लिए रणनीति पर सहमति बनाई गई।
यहां मौजूद अन्य संगठनों के प्रतिनिधि उमेश पाण्डे, ऋचा सिंह, धीरज पांडे, निर्भय सिंह, सचेन्द्र दीक्षित, अन्य कई प्रतिनिधिगण मौजूद रहे। वहीं भारतीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेन्द्र तिवारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक में पारुल भार्गव, शिवप्रकाश सिंह, चैधरी अनिल कुमार राज,रश्मि विश्वकर्मा समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे।