वृद्ध दंपति को घर में किया कैद, वायरल वीडियो देखकर पहुंचा बेटा, कराया मुक्त

टीम भारत दीप |

हीनों बंद रहने के बाद भी इसकी भनक तक किसी को नहीं लगी।
हीनों बंद रहने के बाद भी इसकी भनक तक किसी को नहीं लगी।

बागेश्‍वर जिला मुख्यालय से लगे बिलौना में एक बुजुर्ग दंपति को कई महीनों से कमरे कैद था। सोशल मीडिया में जब बन्द बुजुर्ग दंपति का वीडियो वायरल हुआ तब दिल्ली रह रहा उनका बेटा घर पहुंचा। पुलिस की मौजूदगी में घर का ताला तोड़ा गया। बुजुर्ग दंपति की हालत बेहद खराब थी। दोनों को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है।

उत्‍तराखंड। देवभूमि उत्‍तराखंड से एक दिल दहला देने वाली तस्वीर रविवार को सामने आई यहां एक बुजुर्ग दंपति को किसी ने उसी के घर में ताला लगाकर कैद कर दिया।

हालांकि यह संदेहास्पद लग रहा है कि किसी ने उन्हें कैद किया हो, संभवतः दंपति ने खुद ताला लगवाया हो। क्योंकि अगर दंपति चाहते तो किसी को भी मदद के लिए पुकार सकते है। हालांकि कमरे में कई माह बंद रहने के कारण दोनों बेहद कमजोर हो गए है।

दोनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। जानकारी के अनुसार उत्तराखंड  के बागेश्‍वर जिला मुख्यालय से लगे बिलौना में एक बुजुर्ग दंपति को कई महीनों से कमरे कैद था।

सोशल मीडिया में जब बन्द बुजुर्ग दंपति का वीडियो वायरल हुआ तब दिल्ली रह रहा उनका बेटा घर पहुंचा। पुलिस की मौजूदगी में घर का ताला तोड़ा गया। बुजुर्ग दंपति की हालत बेहद खराब थी। दोनों को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया है। 

 बिलौना गांव में पूर्व फौजी जमन सिंह नेगी 60 वर्षीय तथा उनकी पत्नी देवकी देवी उम्र 52 वर्षीया अकेले रहते थे। वृद्ध के अनुसार किसी ने उनके कमरे के बाहर ताला लगा दिया और वह कमरे में कैद हो गए। महीनों बंद रहने के बाद भी इसकी भनक तक किसी को नहीं लगी।

शनिवार को उनके एक पड़ोसी ने दोनों के कमरे में बंद होने और बाहर से ताला लगा होने का वीडियो बनाकर उसके बेटे को दिल्ली भेज दिया। वीडियो देखने के बाद रविवार को बेटा जगत सिंह दिल्ली से घर पहुंचा। और इस बात की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने कमरे का ताला तोड़कर दोनों को जिला अस्पताल भर्ती कराया। 

बेटे ने की लापरवाही

बेटे ने बताया कि वह अपने माता-पिता से लॉकडाउन से लेकर लगातार संपर्क करने का प्रयास कर रहा था। बिलौना में किसी से संपर्क करने पर पता चला कि घर में ताला है। दोनों गंगोलीहाट स्थित बटगिरी गांव गए हैं।

वहां संपर्क करने पर पता चला कि दोनों बिलौना में ही हैं। माता-पिता इस हाल में है इस बात का उसे कतई अंदाज नहीं था। यहां आकर पता चला कि दोनों लंबे समय से मकान में कैद थे। संपर्क न होने पर उसे खुद पता करना चाहिए था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। 

हालांकि जगत का कहना है कि दोनों को मकान में कैद कर बाहर से किसने ताला लगाया यह जांच का विषय है। वह पहले माता-पिता का पहले  इलाज कराएगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

उसे पड़ोस के तीन लोगों पर शक है। बुजुर्ग दंपति का एक और बेटा सुरेश सिंह दिल्ली  में रहता है। दोनों ही प्राइवेट नौकरी करते हैं। उसकी पत्नी दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती है। इस कारण वह नहीं आ पाए। 

6 माह से बंद होने का अंदेशा

इलाज कर रहे डॉक्टर कपिल तिवारी ने बताया कि मरीज को प्राथमिक उपचार किया जा रहा है। पूर्व सैनिक जमन सिंह नेगी कमजोर हैं, उन्हें उपचार हेतु मानसिक रोग विशेषज्ञ से सलाह हेतु हायर सेंटर भेजा जा रहा है। बताया जा रहा है कि बुजुर्ग 6 महीने से बंद रहे होंगे।

बागेश्वर के कोतवाल डीआर वर्मा ने बताया कि सीनियर सिटीजन के मकान में बंद होने की शिकायत मिली थी। दोनों को मकान से निकालकर अस्पताल में भर्ती किया गया है। मामले में किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है। लिखित शिकायत के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। 


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