भाजपा के स्थापना दिवस पर बोले पीएम मोदी, हमारी कार्यशैली है कि हम किसी से छीनते नहीं
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प्रधानमंत्री ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी ने भाजपा को राह दिखाई, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं ने पार्टी को आगे बढ़ाया है। हमारे यहां व्यक्ति से बड़ा दल और दल से बड़ा देश है।
नई दिल्ली। भाजपा के स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले कार्यकर्ताओं का आभार जताया। इसके बाद कबधाई देते हुए कहा कि आज आपकी मेहनत से पार्टी इस मुकाम तक पहुंची है।
भाजपा के 41 वर्ष इस बात के साक्षी हैं कि सेवा कैसे की जा सकती है, कार्यकर्ताओं के दम पर कैसे पार्टी आगे बढ़ती है। आज देश के हर राज्य, जिले में पार्टी के लिए कई पीढ़ियों ने काम किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी ने भाजपा को राह दिखाई, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी जैसे नेताओं ने पार्टी को आगे बढ़ाया है। हमारे यहां व्यक्ति से बड़ा दल और दल से बड़ा देश है।
एक वक्त था जब अटल बिहारी ने एक वोट से सरकार गिरने दी, लेकिन नियमों से समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा कि देश में राजनीतिक स्वार्थ के लिए दल टूटे हैं, लेकिन भाजपा में कभी ऐसा नहीं हुआ।
इमरजेंसी को किया याद
अपने संबोधन के दौरान पीएम ने इमरजेंसी को याद करते हुए कहा कि भाजपा के कई नेताओं को जेल में डाल दिया गया था। कोरोना काल में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने सेवा की। केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारें आत्मनिर्भर भारत अभियान को आगे बढ़ा रही हैं।
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान की शक्ति है कि हम वो स्वप्न पूरा कर पाए। अनुच्छेद 370 हटाकर कश्मीर को संवैधानिक अधिकार दे पाए। वहां से आतंकवाद का खात्मा कर विकास किया जा रहा है।
बीजेपी को ताकत देते हैं कार्यकर्ता
पीएम ने अपने संबोधन में आगे कहा कि, आज भाजपा से गांव-गरीब का जुड़ाव इसलिए बढ़ रहा है क्योंकि आज वो पहली बार अंत्योदय को साकार होते देख रहा है। आज 21वीं सदी में जन्म देने वाला युवा, भाजपा के साथ है, भाजपा की नीतियों, भाजपा के प्रयासों के साथ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'हमारी सरकार का मूल्यांकन उसके डिलिवरी सिस्टम से हो रहा है। ये देश में सरकारों के कामकाज का नया मूलमंत्र बन रहा है। बावजूद इसके, दुर्भाग्य ये है कि भाजपा अगर चुनाव जीते तो उसे चुनाव जीतने की मशीन कहा जाता है।
'हमारी कार्यशैली है हम किसी से छीनते नहीं, सबकी आवश्यकता पर संवेदनशीलता से काम करते हैं।' प्रधानमंत्री ने किसानों का मुद्दा उठाया और कहा कि पहले की सरकारों की प्राथमिकता में छोटे किसान नहीं थे लेकिन हमारी सरकार ने छोटे किसानों की बेहतरी के लिए कई नए कार्यक्रमों की शुरुआत की। इस क्रम में उन्होंने फसल बीमा योजना, अंत्योदय योजना आदि का जिक्र किया।