मैनपुरी में हिंदूवादी संगठनों के विरोध पर कब्रिस्तान में दफनाए ताजियों को निकलवाकर नदी में कराया विसर्जित

टीम भारत दीप |

दोनों पक्षों की सहमति के बाद ताजिया को कब्रिस्तान से हटाकर नहर में विसर्जित कर दिया गया है।
दोनों पक्षों की सहमति के बाद ताजिया को कब्रिस्तान से हटाकर नहर में विसर्जित कर दिया गया है।

शुक्रवार देर रात कटरा मोहल्ला स्थित ईदगाह कब्रिस्तान पर मुस्लिम परिवार के कुछ युवाओं ने ताजिया सुपुर्दे खाक कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार हिंदूवादी संगठन के लोगों ने मौके पर पहुंचकर विरोध दर्ज कराया।

मैनपुरी। यूपी के मैनपुरी जिले कुसमरा नगर में ताजियों के दफनाने को लेकर विवाद हो गया। कब्रिस्तान में दफन किए गए ताजियों को हिंदूवादी संगठनों के विरोध के चलते रात में निकलवाया गया और नहर में विसर्जित कराया गया।

इसे लेकर मुस्लिम समाज में नाराजगी है। कब्रिस्तान में ताजियों को सुपुर्द-ए-खाक करने को नई परंपरा बताते हुए हिंदूवादी संगठनों ने विरोध किया था।शुक्रवार को पूरे देश में मुहर्रम की दस तारीख को ताजियों को दफनाया गया, लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार ने जुलूस निकालने पर पाबंदी लगा दी थी।

इसे लेकर मुस्लिम समाज परेशान था कि ऐसे में चौकी और इमामबाड़ों में रखे गए ताजियों का क्या किया जाए। बता दें कि जो ताजिया इमामबाड़ा और चौकी पर रख दिया उसे ठंडा करना यानी दफनाना बेहद जरूरी है।

शुक्रवार देर रात कटरा मोहल्ला स्थित ईदगाह कब्रिस्तान पर मुस्लिम परिवार के कुछ युवाओं ने ताजिया सुपुर्दे खाक कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार हिंदूवादी संगठन के लोगों ने मौके पर पहुंचकर विरोध दर्ज कराया।

हिंदूवादी संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों का कहना था कि कुसमरा कस्बे में ताजिया रखने और उन्हें सुपुर्दे खाक करने की परंपरा नहीं है। जानकारी होने पर चौकी ‌इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह मौके पर पहुंच गए।

पुलिस ने मौके पर मौजूद भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष आलोक अग्निहोत्री, हिंदू जागरण मंच के नगर अध्यक्ष पवन गुप्ता, विहिप के आदित्य पांडेय से बातचीत करने के साथ ही ताजिया सुपुर्दे खाक करने वाले परिवारों को मौके पर बुलाया।

आपसी सहमति के बाद दफन किए गए ताजिया को निकलवाकर पुलिस ने लोअर गंग नहर में विसर्जित कराया। चौकी इंचार्ज धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।

सीओ भोगांव अमर बहादुर सिंह ने कहा कि सूचना के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। दोनों पक्षों की सहमति के बाद ताजिया को कब्रिस्तान से हटाकर नहर में विसर्जित कर दिया गया है। अब ‌स्थिति सामान्य है।


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