यूपी में शहर—शहर अपराधियों का कहर, विपक्षियों का हमला

टीम भारत दीप |
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योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि या तो सुधर जाएं या फिर प्रदेश छोड़ दें।
योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि या तो सुधर जाएं या फिर प्रदेश छोड़ दें।

पुलिस और प्रशासन इस तरफ ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है। दो दिन पहले कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल परिवार से मिला था। परिजन परेशान हैं। 

 लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इन दिनों कानून व्यवस्था को लेकर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। यूपी का शहर—शहर अपराधियों के कहर से कांप उठा है। ये वही प्रदेश है जिसके मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों को अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि या तो सुधर जाएं या फिर प्रदेश छोड़ दें। वहीं विप​क्षी पार्टियों ने प्रदेश में हो रही वारदात को लेकर योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। 

रविवार को योगी के शहर गोरखपुर में एक 14 वर्षीय बालक को अगवा करके 20 लाख की फिरौती मांगी गई। मांग पूरी न होने पर उसे बेरहमी के साथ मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं सोमवार की रात गाज़ियाबाद में बदमाश एक घर में घुस गए। परिवार के सदस्यों को बंदी बनाकर जमकर लूटपाट की। इससे पहले कानपुर में भी एक युवक को अगवाकर हत्या करने के मामले में प्रदेश की पुलिस की काफी किरकिरी हुई थी। 

मंगलवार को प्रियंका गांधी ने सीएम को लिखा कि कानपुर, गोंडा व गोरखपुर की घटनाएं आपके संज्ञान में होंगी। मैं गाजियाबाद के एक परिवार की पीड़ा की तरफ आपका ध्यान खींचना चाहती हूं। मेरी इस परिवार से बात हुई। गाजियाबाद के व्यवसायी विक्रम त्यागी करीब एक महीने से लापता हैं। परिवार को अपहरण की आशंका है। बार-बार गुहार लगाने के बाद भी पुलिस और प्रशासन इस तरफ ध्यान देने के लिए तैयार नहीं है। दो दिन पहले कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल परिवार से मिला था। परिजन परेशान हैं। 

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए ड्रामेबाज़ी से काम नहीं चलेगा। प्रदेश में अपराधों का नहीं कानून का राज है। सलाह के तौर पर यह कहना चाहूंगी कि, बिना कोई शर्म किए गए बीएसपी के शासन साकाल से सबक सीखना चाहिए तभी प्रदेश में अपराध पर अंकुश लगाया जा सकता है। 


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