पानीपुरी बेचने वाले ने फर्जी वकील बनकर विवाह के नाम पर 192 लोगों को ठगा

टीम भारत दीप |
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अनाथ बालिका अपनाइए और अपनी किस्मत जगाइए पंच लाइन पढकर 192 लोग ठगे गए।
अनाथ बालिका अपनाइए और अपनी किस्मत जगाइए पंच लाइन पढकर 192 लोग ठगे गए।

सुनों-सुनों भाइयों और बुजुर्गों आपके मप्र, उप्र में 7 जातियों का विवाह सम्मेलन हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के अनाथ आश्रम की बालिकाओं का महाकालेश्वर धाम उज्जैन पर करवाने जा रहे हैं, सो उनका सहयोग करें और हां मोदी जी इन बालिकाओं को सरकारी नौकरी 3 विभागों में दे चुके हैं। विभाग के नाम आंगनबाड़ी, रेलवे, अस्पताल हैं।

विदिशा (मध्यप्रदेश)। सुनों-सुनों भाइयों और बुजुर्गों आपके मप्र, उप्र में 7 जातियों का विवाह सम्मेलन हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के अनाथ आश्रम की बालिकाओं का महाकालेश्वर धाम उज्जैन पर करवाने जा रहे हैं, सो उनका सहयोग करें और हां मोदी जी इन बालिकाओं को सरकारी नौकरी 3 विभागों में दे चुके हैं।

विभाग के नाम आंगनबाड़ी, रेलवे, अस्पताल हैं। अनाथ बालिका अपनाइए और अपना जीवन साथी बनाइए। जॉब की सैलरी 15 हजार रुपये होगी और हां जो भी भाई किसी कारण घर नहीं बसा पा रहा है, सो उन्हें लड़की ढूंढने की जरूरत नहीं है।

अनाथ बालिका अपनाइए और अपनी किस्मत जगाइए। यह कोई लुभावना विज्ञापन नहीं हैं, बल्कि उन लोगों की शादी कराने के लिए एक लुभावने पर्चे का कुछ अंश है इसी पर्चे के सहारे भिंड के रहने वाला एक पानी पुरी बेचने वाले ने खुद को वकील बताकर 192 लोगों से ठगी करके फरार हो गया। बाद में जब लोगों को ठगी का अहसास हुआ तो लोग उसकी खोजबीन करने लगे फिर जो कहानी सामने आई उसे सुन अच्छे अच्छों को होश उड़ गए। 

6 माह में 192 लोगों को ठगा

मप्र, उप्र और राजस्थान के 192 से ज्यादा लोगों को विवाह कराने के नाम पर ठगने वाले शातिर बदमाश को विदिशा पुलिस ने पकड़ लिया है। बीना में पानीपुरी बेचने वाले ठग ने कुछ शादियों में मध्यस्थ की भूमिका निभाई थी। यहीं से उसे शादियां करवाने के काम में काफी मुनाफा दिखा और 6 महीने के अंदर ही उसने तीन राज्यों के 12 जिलों के 192 लोगों से करीब 6.50 लाख रुपये  ठग लिए।

नाम बदलकर शुरू किया यह धंधा

भिंड के रहने वाले ठग ने खुद का नाम रामहेत कुशवाह 38 से बदलकर एडवोकेट सुनील दुबे रख लिया था, जबकि वह खुद 8 वीं फेल है। वह मूल रूप से मप्र के भिंड जिले के मिहोना थाने के काथा गांव का रहने वाला है।

वह अपने भाई के साथ बीना में पानीपुरी बेचने का काम करता था और 6 महीने से सागर जिले के मालथौन के राजघाट मोहल्ले में परिवार के साथ रहने लगा था। पुलिस की सतर्कता के कारण आरोपी को न सिर्फ पकड़ा गया है बल्कि उसके पास से सामग्री और फर्जी दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।

5 मार्च को होनी थी शादी

बीना एसपी विनायक वर्मा और एडीशनल एसपी संजय साहू ने बताया कि रामहेत कुशवाह पिछले 6 महीने से लोगों को ठग रहा था। ग्यारसपुर क्षेत्र के धुरैरा गांव के करण यादव के बेटे कल्लू यादव और सुरेश तिवारी के पुत्र मुकेश तिवारी की शादी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था।

उन्हें विवाह सम्मेलन का पर्चा बस स्टैंड ग्यारसपुर पर मिला था। दोनों युवकों के पिता करण यादव और सुरेश तिवारी ने 20 फरवरी को सागर के खिमलासा मालथौन रोड पर फर्जी वकील सुनील दुबे को विवाह सम्मेलन के लिए 3500-3500 रुपये दिए थे।

फोन उठाना बंद किया तो बढ़ी  टेंशन

शादी के लिए रुपये देने के बाद 5 मार्च को विवाह सम्मेलन की तारीख बताई गई थी, लेकिन ठग ने फोन उठाना करना बंद कर दिया। विवाह सम्मेलन की तारीख पास में आ रही थी और विवाह कराने वाला बात नहीं कर रहा था, इसलिए परिजन चिंतित हो गए,  तब परेशान होकर करण यादव और सुरेश तिवारी ने पुलिस को सूचना दी।

शादी का खर्चा प्रधानमंत्री उठा रहे 

ठग ने लोगों को बता रखा था कि शादी का सारा खर्च प्रधानमंत्री उठा रहे है।  इन बालिकाओं को 30 हजार रुपये लग्न और टीका में दे रही है। सो आप तैयार हों तो इस पते पर बात कर सकते हैं। बालक की उम्र 20 से 30 साल तक होनी चाहिए, क्योंकि बालिका की उम्र 18 से 25 साल तक है।

बालक का रिकॉर्ड खराब नहीं होना चाहिए। डॉक्यूमेंट में आधार कार्ड ,परिवार आईडी, दो पासपोर्ट साइज की फोटो और 3 हजार रुपये जमा करनी होगी। महाकालेश्वर मंदिर से हमारी कमेटी बालक को बालिकाओं को पसंद कराने ले जाएगी।

लड़की पसंद की तारीख 30 फरवरी तय की थी

विवाह सम्मेलन के पंफलेट को जब ग्यारसपुर थाना प्रभारी महेंद्र शाक्य और एसडीओपी आकांक्षा जैन ने देखा तो उन्हें कुछ शक हुआ। पंफलेट में बताया गया था कि 25 फरवरी तक विवाह सम्मेलन के फार्म भरे जाएंगे। 30 फरवरी को लड़की पंसद करने की तारीख बताई थी। वहीं 5 मार्च को सम्मेलन तय किया था।

पीएम के फोटो लगा रखा था पर्चे में 

आरोपी ने धोखाधड़ी करने के लिए पर्चे भी छपवाए थे जिस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की फोटो भी छपी है। वह पर्चे बस स्टैंड और सार्वजनिक स्थलों पर लगाता था। इसमें उसका मोबाइल नंबर भी था।

इस पर्चे को लोग सोशल मीडिया पर भी अपने लोगों को भेज देते थे ताकि उनसे जुड़े कुंवारों की शादी हो सके। कॉल आने पर वह लोगों से बात करता था और विवाह सम्मेलन के रजिस्ट्रेशन के नाम पर 2500 से लेकर 3500 रुपये लेकर ठग लेता था। बड़ी राशि नहीं होने पर लोग शिकायत नहीं करते थे।

वकील बनकर करता था ठगी

एसपी विनायक वर्मा ने बताया कि आरोपी शातिर है। वह लोगों को फंसाने के लिए कभी महाराज तो कभी वकील बनकर लोगों को बातों में फंसाता था और रुपये ऐंठने के बाद भाग जाता था।

उसने सुनील दुबे के नाम का फर्जी आधार कार्ड और वोटर आईडी भी बनवा लिया था। एसपी ने बताया कि आरोपी के पास से 55 हजार नगद, एक नई बाइक,एलईडी टीवी,  एक जोड़ी चांदी की पायल, सहित कुल 1 लाख 70 हजार की सामग्री जब्त की है।


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