11 माह बाद पटरी पर लौटी पैसेंजर, मात्र 11 यात्रियों ने जनरल टिकट पर किया सफर
कोरोना संक्रमण के बाद लाॅकडाउन के दौरान बंद की गई पैसेंजर ट्रेनों के सचालन में 11 माह लग गया। संक्रमण का खतरा कम होने के बाद कई ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया, लेकिन उनमें इंटरसिटी शामिल नहीं रही। इसके अलावा इन ट्रेनों में भी यात्रा के लिए टिकट की बुकिंग करानी पड़ती है।
प्रयागराज। प्रयागराज संगम से कानपुर के लिए इंटरसिटी ट्रेन का 11 महीने बाद शुक्रवार को संचालन शुरू हुआ। यह यहां की पहली ट्रेन है जिसमें अनारक्षित टिकट के बिना यात्रा की अनुमति दी गई है। हालांकि पहले दिन मात्र 11 यात्रियों ने सामान्य टिकट से यात्रा की।
कोरोना संक्रमण के बाद लाॅकडाउन के दौरान बंद की गई पैसेंजर ट्रेनों के सचालन में 11 माह लग गया। संक्रमण का खतरा कम होने के बाद कई ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया, लेकिन उनमें इंटरसिटी शामिल नहीं रही।
इसके अलावा इन ट्रेनों में भी यात्रा के लिए टिकट की बुकिंग करानी पड़ती है। ताकि सीट से अधिक यात्री सवार न होने पाएं। शुक्रवार को इंटरसिटी ट्रेन चलाने के साथ टिकट बुक कराने की पाबंदी हटाने की भी शुरुआत हुई।
पहले दिन ट्रेन कानपुर से चलकर यहां दिन में 2.45 बजे ट्रेन पहुंची। शाम 4.15 बजे प्रयागराज संगम से इसकी रवानगी हुई। हालांकि, यात्रियों में बहुत उत्साह नहीं दिखा और मात्र 11 लोगों ने सामान्य टिकट लिए।
झांसी। शुक्रवार को ललितपुर से खजुराहो के बीच पैसेंजर ट्रेन का संचालन शुरू हुआ। ऐसे में पैसेंजर में यात्रा करने वाले 60 यात्रियों से एक्सप्रेस का किराया वसूल किया गया। यानी यात्रियों ने न्यूनतम 30 रुपये किराया अदा किया। एमएसटी धारकों को सफर करने की अनुमति नहीं मिली।
न्यूनतम 30 रुपये का टिकट
झांसी मंडल से शुक्रवार को ललितपुर से खजुराहो के बीच पैसेंजर ट्रेन चलाई गई।पहले दिन करीब 60 यात्रियों ने सफर किया, ऐसे में सभी को न्यूनतम 30 रुपये किराया देना पड़ा। जबकि, पहले पैसेंजर ट्रेन में न्यूनतम किराया 10 रुपये था। ललितपुर से खजुराहो के बीच बिरारी, उदयपुरा, टीकमगढ़, खरकनपुर, खरगापुर, ईसानगर और खजुराहो के बीच यात्रियों ने यात्रा की।
ऐसे में यात्रियों को कम दूरी के स्टेशनों के लिए ऑटो व बस से भी ज्यादा किराया अदा करना पड़ा। दूसरी ओर रेलवे ने नियमित यात्रियों और वरिष्ठ नागारिकों को भी कोई राहत नहीं दी है। रुटीन की सभी ट्रेनें चलने तक एमएसटी पर भी रोक है। सिस्टम में भी नया किराया फीड कर दिया गया है।
ऑटो से ज्यादा लगा ट्रेन का किराया
यदि किसी यात्री को 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दो स्टेशनों के बीच यात्रा करनी है तो अब तक उसका किराया 10 रुपये का था तो अब 30 रुपये हो गया है।
इतनी दूरी का ऑटो का किराया 20 रुपये होता है, जबकि ट्रेन में 30 रुपये चुकाने पडे। उदाहरण के लिए यदि किसी को 150 किलोमीटर की दूरी पर स्थित दो स्टेशनों के बीच यात्रा करना है तो यहां 10 प्रतिशत ही किराया बढ़ेगा।
ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए चलेगी विशेष ट्रेन
इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन की ओर से साबरमती आश्रम, बड़ौदा में स्टैच्यु ऑफ यूनिटिी, वैद्यनाथ धाम एवं छह ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए विशेष ट्रेन चलाई जाएगी। 12 रात्रि और 13 दिन की यात्रा की शुरुआत 10 मार्च से होगी। लखनऊ में पर्यटन भवन स्थित आईआरसीटीसी कार्यालय में