डॉक्टर के इंजेक्शन लगाते ही दस मिनट में मरीज की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

टीम भारत दीप |

इसके बाद जब परिजनों ने हंगामा किया तो शव को बीएचयू मोर्चरी भिजवा दिया।
इसके बाद जब परिजनों ने हंगामा किया तो शव को बीएचयू मोर्चरी भिजवा दिया।

परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया व​ह आकाश कुमार को लंका स्थित निजी डायग्नोसिस सेंटर में सिटी स्कैन कराने आए थे। इसी दौरान डॉक्टरों ने कोई इंजेक्शन लगा दिया जिसके 10 मिनट बाद आकाश की मौत हो गई।

वाराणसी। डॉक्टर के इंजेक्शन लगाते ही दस मिनट में मरीज की मौत हो गई। इसके बाद आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा किया।

जानकारी के अनुसार शनिवार देर शाम परिजन ने शव को बीएसचयू के मेन गेट पर रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों ने आरोपित डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया । परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया व​ह आकाश कुमार को लंका स्थित निजी डायग्नोसिस सेंटर में सिटी स्कैन कराने आए थे।

इसी दौरान डॉक्टरों ने कोई इंजेक्शन लगा दिया जिसके 10 मिनट बाद आकाश की मौत हो गई। उधर, हंगामे की सूचना के बाद कई थानों की फोर्स, सीओ भेलूपुर ने समझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

क्या था पूरा मामला

कपसेठी थाना क्षेत्र के सरावा गांव के बच्चन राम अपने बेटे आकाश कुमार का सिटी स्कैन कराने लंका स्थित एक डायग्नोसिस सेंटर आये थे। परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन के कारण आकाश की मौत हो गई।

परिजन ने कहा कि मौत के बाद डॉक्टरों ने कहा कि मरीज की मौत हो गई है। ले जाकर दाह संस्कार कर दीजिए। इसके बाद जब परिजनों ने हंगामा किया तो शव को बीएचयू मोर्चरी भिजवा दिया।

परिजन का कहना है कि गुरुवार से शनिवार हो गया लेकिन पोस्टमार्टम नहीं हुआ। उधर, हंगामे के बाद जब शनिवार शाम को बॉडी पोस्टमार्टम हाउस जा रही थी।

परिजनों ने शव को जबरदस्ती लेकर सिंह द्वार चले आये और प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिजनों को न्याय दिलाने बीएचयू के कई छात्र भी पहुंच गये। परिजनों का आरोप था कि पुलिस भी जानबूझकर कार्रवाई नहीं कर रही है।


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