जाने-माने कवि व लेखक मंगलेश डबराल का निधन, अस्पताल में थे भर्ती

टीम भारत दीप |
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मंगलेश डबराल समकालीन हिंदी कवियों में सबसे चर्चित नाम थे।
मंगलेश डबराल समकालीन हिंदी कवियों में सबसे चर्चित नाम थे।

प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित, जाने-माने कवि व लेखक मंगलेश डबराल का बुधवार को हृदयगति रुकने से निधन हो गया। मंगलेश डबराल कोविड-19 से संक्रमित थे।

साहित्य डेस्क। प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी सम्मान से सम्मानित, जाने-माने कवि व लेखक मंगलेश डबराल का बुधवार को हृदयगति रुकने से निधन हो गया। मंगलेश डबराल कोविड-19 से संक्रमित थे।

वे कई दिनों से गाज़ियाबाद, वसुंधरा के सेक्टर-4 में ली क्रेस्ट प्राइवेट हाॅस्पिटल में भर्ती थे। जानकारी के मुताबिक, मंगलेश डबराल के फेफड़े में संक्रमण था। अस्पताल में भर्ती के दौरान उनकी बेटी उनकी देखभाल कर रही थीं।

इसके साथ ही उनके चाहने वाले अपने प्रिय कवि के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना कर रहे थे, लेकिन अंतत: मंगलेश डबराल कोविड- 19 से ज़िंदगी की जंग हार गये।

बता दें कि मंगलेश डबराल समकालीन हिंदी कवियों में सबसे चर्चित नाम थे। मंगेलश डबराल का जन्म 14 मई 1948 को टिहरी गढ़वाल, उत्तराखंड के काफलपनी गांव में हुआ था। इनकी शिक्षा देहरादून में हुई थी।

बताते चले कि मंगलेश डबराल को साहित्य पुरुस्कार भी मिला था। मंगलेश डबराल जनसत्ता के साहित्य संपादक भी रह चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने कुछ समय तक लखनऊ से प्रकाशित होने वाले अमृत प्रभात में भी नौकरी की। इस समय वे नेशनल बुक ट्रस्ट से जुड़े हुए थे।

आपको बता दें कि मंगलेश डबराल के 5 काव्य संग्रह प्रकाशित हुए हैं। वे काव्य है- पहाड़ पर लालटेन, घर का रास्ता, हम जो देखते हैं, आवाज भी एक जगह है और नये युग में शत्रु। इसके अतिरिक्त इनके दो गद्य संग्रह लेखक की रोटी और कवि का अकेलापन के साथ ही एक यात्रावृत्त एक बार आयोवा भी प्रकाशित हो चुके हैं।


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