माफिया विपिन चढ़ा पुलिस के हत्थे, बोला- इथाइल की जगह मिथाइल से शराब हुई जहरीली
नकली शराब बनाने के लिए इथाइल अल्कोहल खरीदता था। इस बार गलती से वह खुद वहां से इथाइल की जगह मिथाइल अल्कोहल का डिब्बा उठा लाया। चूंकि दोनों की पैकिंग एक जैसी होती है, बस पहचान के लिए लिखावट में कुछ अंतर होता है।
अलीगढ़। अलीगढ़ जिले में गुरुवार रात से शुरू हुआ जहरीली शराब से मौत का सिलसिला जारी है। रविवार को भी मौत होती रही मीडिया रिपोर्टस की माने तो रविवार को शराब पीने से बीमार होने वाले 15 लोगों ने दम तोड़ दिया, इस तरह मरने वालों का आंकाड़ा 71 पर पहुंच गया।
वहीं जिला प्रशासन द्वारा अभी तक मौत के इस तांडव को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। बल्कि प्रशासन लगातार आंकड़े छिपाने में जुटा है। जिलाधिकारी ने मौतों को लेकर आधिकारिक पुष्टि करने के बजाय कहा है कि अब पोस्टमार्टम रिपोर्टों के अध्ययन के बाद ही यह तस्वीर साफ की जा सकेगी।
जहरीली शराब से जिले में कितनी मौत हुई हैं। फिलहाल पोस्टमार्टम कराए जा रहे हैं। वहीं जहरीली शराब का सप्लायर मैनपुरी का रहने वाला 50 हजार का इनामी विपिन यादव पुलिस के हाथ लगा है।
अलीगढ़ में जहरीली शराब बेचकर मौत का तांडव मचाने वाला 50 हजारी नकली शराब सरगना विपिन उर्फ ओमवीर यादव, निवासी मैनपुरी को एक अन्य साथी संग पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उसके उस ठिकाने को भी बेपर्दा कर दिया है जहां यह शराब बनाई जा रही थी।
15 फीट ऊंचाई की बाउंड्रीवाल में कैद यह शराब फैक्टरी अकराबाद क्षेत्र के पनैठी से सटे गांव अधौन के खेतों में चल रही थी। विपिन की गिरफ्तारी के बाद देर रात एक टीम अधौन स्थित फैक्टरी पहुंच गई थी, जहा भारी मात्रा में माल बरामद किया गया था, जबकि दूसरी टीम तालानगरी की एक स्याही-सैनीटाइजर फैक्टरी में थी। वहां भी चेकिंग की जा रही थी।
भाजपा और रालोद नेता दोनों जिम्मेदार
मालूम हो कि 27-28 मई की रात से शुरू हुए शराब पीने से मौत के सिलसिलें में विपिन यादव मूल निवासी मैनपुरी हाल निवासी सहार देहली रेजीडेंसी क्वार्सी का नाम 28 मई की दोपहर स्थानीय शराब तस्कर सरगना रालोद नेता अनिल चौधरी की गिरफ्तारी के बाद सामने आया था।
खुद अनिल ने स्वीकारा था कि विपिन उन्हें यह जहरीली शराब सस्ते दामों में बेचता था और हम लोग उसे ठेकों के जरिये लोगों को बेचते थे। उसके बाद से विपिन और दूसरे स्थानीय तस्कर भाजपा नेता ऋषि शर्मा पर 50-50 हजार का इनाम घोषित किया गया।
दोनों की तलाश के प्रयास जारी थे। इसी बीच रविवार देर शाम पुलिस टीम ने विपिन को दबोच लिया। उसने पूछताछ में स्वीकारा कि यह फैक्टरी हाथरस का एक व्यक्ति और सिंधौली का नवनिर्वाचित प्रधान गंगाराम मिलकर चलाते थे। इस पर पुलिस ने गंगाराम को भी दबोच लिया।
15 फीट ऊंची दीवार के पीछे फैक्ट्री
गंगाराम व विपिन की निशानदेही पर एसपी देहात शुभम पटेल की अगुवाई में पूरी टीम शराब बनाने वाली फैक्टरी तक पहुंची तो देखकर सभी दंग रह गए। गांव से दूर करीब एक बीघा खेत में 15 फीट ऊंची बाउंड्रीवाल वाली दीवार से घिरी फैक्टरी पर ताला पड़ा था।
अंदर जाकर देखा तो फैक्टरी में नकली शराब बनाने का पूरा जखीरा मिला। इस दौरान पुलिस अमले को देख कुछ ग्रामीण भी वहां पहुंच गए। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि यहां अंदर क्या होता है।
यह फैक्टरी काफी समय से यहां चल है। बस इतना जरूर पता है कि दिन हो या रात, यहां गाड़ियां आती और जाती रहती थीं। यह फैक्टरी धनीपुर मंडी के एक व्यक्ति की जमीन पर संचालित है। उस व्यक्ति को भी पूछताछ के लिए पुलिस ने बुलाया है।
इथाइल की जगह मिथाइल पड़ा था शराब में
पुलिस पूछताछ में विपिन ने स्वीकारा है कि उसकी तालानगरी में संचालित स्याही-सैनीटाइजर बनाने की फैक्टरी के संचालक से दोस्ती है। चूंकि उस फैक्टरी में सैनीटाइजर के लिए इथाइल और स्याही के लिए मिथाइल खरीदकर आता था।
वहीं से वह नकली शराब बनाने के लिए इथाइल अल्कोहल खरीदता था। इस बार गलती से वह खुद वहां से इथाइल की जगह मिथाइल अल्कोहल का डिब्बा उठा लाया। चूंकि दोनों की पैकिंग एक जैसी होती है, बस पहचान के लिए लिखावट में कुछ अंतर होता है।
इसलिए यह धोखा हुआ और वही मिथाइल इस बार के स्लाट में नकली शराब में मिल गई। उसने शराब बनाने के बाद अपने तस्कर रैकेट के सरगनाओं को माल की सप्लाई भी दे दी। मगर जब 28 मई की सुबह मौत का शोर मचा और अनिल चौधरी की गिरफ्तारी हो गई तो वह गलती समझ गए और फैक्टरी बंद कर भाग गए।
फैक्ट्री से ये हुआ बरामद
पुलिस, आबकारी टीम व मजिस्ट्रेट की निगरानी में हुई छापेमारी में इस फैक्टरी से 60 बोतल शराब बिना लेबल, 100 पेटी नकली शराब गुड इवनिंग, 5 ड्रमों में 1300 लीटर केमिकल, 8 ड्रम खाली, 1 बड़ी पानी की टंकी, 4 पैकेट ढक्कन, पॉलीथिन बैग, 500 रैपर गुड इवनिंग, 3 रोल बार कोड, 20 बोतल पानी की, 1 पैकिंग मशीन, 2 बोतल रंग बनाने की बरामद हुआ है।
थाना अध्यक्ष निलंबित और कई बदलाव
अलीगढ़ में जहरीली शराब से होने वाली मृत्यु के संदर्भ में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना अकराबाद के पनेठी चौकी क्षेत्र में बरामद होने वाली अवैध फैक्ट्री के थानाध्यक्ष रजत कुमार शर्मा व हाल-फिलहाल तक वहां तैनात रहे दरोगा, सिद्धार्थ कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया।
सीएमओ ने की सिर्फ 28 मौतों की पुष्टि की
भले ही अब तक 71 लोगों की मौत हो चुकी हो, लेकिन सरकारी आंकड़ों में अभी तक 28 मृत्यु की पुष्टि हुई थी। सीएमओ ने तीन दिन में अब तक 28 मौतें शराब के सेवन से होना स्पष्ट हुआ है। बाकी की रिपोर्ट पर संदेह है। हो सकता है कि अन्य मौत भी शराब के सेवन से हुई हों।
मगर उनके विषय में आगरा विधि विज्ञान प्रयोगशाला से रिपोर्ट मिलने के बाद ही कहा जा सकेगा कि मौत किस वजह से हुई है। वह रिपोर्ट कंपाइल कर जिलाधिकारी को दी जाएगी।
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