पुलिस जांच में खुलासा, महिला की मौत के बाद जहरीली शराब लूट ले गए थे ग्रामीण
दुसौती गांव की सुशीला सरायमंसूर गांव स्थित लाल साहब के ईंट भट्ठे पर काम करती थी। पति की मौत के बाद वह भट्ठे के पास ही झोपड़ी बनाकर दूसरे मजदूरों की तरह रहती थी। वह चोरी-छिपे अवैध देसी शराब भी बेचती थी। रविवार सुबह उसने शराब पी और मौत हो गई। इसके बाद कुछ लोगों ने उसका अंतिम संस्कार किया।
प्रतापगढ़। जहरीली शराब पीने से गत दिवस प्रतापगढ़ में चार लोगों की मौत हो गई थी। चार लोगों की मौत के बाद इस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस छानबीन में यह भी पता चला है कि दुसौती गांव की सुशीला सरायमंसूर गांव स्थित लाल साहब के ईंट भट्ठे पर काम करती थी।
पति की मौत के बाद वह भट्ठे के पास ही झोपड़ी बनाकर दूसरे मजदूरों की तरह रहती थी। वह चोरी-छिपे अवैध देसी शराब भी बेचती थी। रविवार सुबह उसने शराब पी और मौत हो गई। इसके बाद कुछ लोगों ने उसका अंतिम संस्कार किया।
इसी बीच कुछ लोग उसकी झोपड़ी में रखी विंडीज लाइम ब्रांड की देसी शराब के कई पौव्वा उठा ले गए। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि आखिरकार विंडीज लाइम का रैपर लगाकर कौन शख्स अवैध शराब बेचता और सुशीला तक पहुंचाता था। सुशीला की झोपड़ी के बाहर शराब की कई खाली शीशी कपड़े से ढकी मिली है। सुशीला स्थानीय लोगों में गठराइन के नाम से चर्चित थी।
मृतक के घर से शराब उठाने का आरोप
मृतक अजय के घरवालों ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि सोमवार रात जब शराब से मौत का हल्ला मचा तो कुछ सिपाही और दारोगा उनके घर पहुंचे। इसके बाद घर में रखी खाली शीशी उठा ले गए। परिवार की एक महिला ने खाली शीशी दिखाते हुए शराब पीने की बात कही और बताया कि खन्ने पासी के यहां से शराब खरीदकर लाए थे।
वह अक्सर शराब पीते थे। अजय पहले मुंबई में काम करते थे, लेकिन कुछ दिन पहले ही पत्नी हेमा को मुंबई में छोड़कर गांव आए थे। खदेरू कनौजिया की पत्नी व बच्चों ने शराब पीने के बाद तबियत खराब होने की बात पुलिस को बताई है।
जबकि अस्पताल में भर्ती लोगों के घरवालों ने खन्ने की पत्नी से शराब लेने की बात कह रहे हैं। अवैध शराब बेचने में नाम सामने आने के बाद ननची और खिस्सू अपना-अपना घर छोड़कर भाग गए हैं और पुलिस उनकी तलाश कर ही है।
सख्ती से नहीं पिटती पुलिस
जब भी जहरीली शराब पीने से लोगोें की मौत होती है उसके बाद कुछ दिन तक पुलिस तो कार्रवाई करती है, लेकिन कार्रवाई लगातार नहीं होने से फिर से अवैध रूप शराब बनने और बिकने लगती है।
यदि पुलिसियां कार्रवाई सख्त हो तो फिर कोई शराब बनाने और बेचने से दूर रहता है। कई ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस को सब पता होता है, लेकिन वह कार्रवाई करने से बचती है।