नीट-जेईई मुद्दे पर राजभवन घेरने पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने बरसाईं लाठीं, कई घायल
जेईई मेंस और नीट की परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद प्रदर्शन राजनीतिक हो गया है। देशभर में गैर बीजेपी समर्थक पार्टियां परीक्षा को टालने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रही हैं।
लखनऊ। देशभर में कल 1 सितंबर से आयोजित होने जा रही जेईई मेंस और 13 सितंबर को होने वाली एनईईटी परीक्षा के विरोध में उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। सोमवार को राजभवन का घेराव करने पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हटाना चाहा लेकिन जब वे नहीं हटे तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ा। इसमें कई कार्यकर्ताओं के चोट आई हैं।
बता दें कि जेईई मेंस और नीट की परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद प्रदर्शन राजनीतिक हो गया है। देशभर में गैर बीजेपी समर्थक पार्टियां परीक्षा को टालने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रही हैं। हालांकि सरकार का कहना है कि छात्र प्रवेश पत्र डाउनलोड कर रहे हैं, इसका मतलब वे परीक्षा देना चाहते हैं।
कांग्रेस के छात्र दल एनएसयूआई ने देश भर में अनशन शुरू कर दिया। इधर सपा उत्तर प्रदेश में मुद्दे को भुनाने के प्रयास में जुटी है। लंबे समय से चल रहे विरोध प्रदर्शन के बावजूद सरकार ने परीक्षा कराने का निर्णय लिया है। सुप्रीम कोर्ट ने भी अपनी टिप्पणी में कहा था कि कोरोना के कारण जिंदगी को नहीं रोका जा सकता है।
ऐसे में जब परीक्षा का दिन नजदीक आया तो प्रदर्शन उग्र हो गए। सपा ने इससे पहले विधानसभा का घेराव कर विरोध दर्ज कराया था। वहां भी पुलिस को कार्यकर्ताओं को खदेड़ने के लिए लाठियां भांजनी पड़ीं। सोमवार को समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ता राजभवन का घेराव करने पहुंच गए।
यहां पुलिस ने इन्हें हटाने का प्रयास किया तो झड़प हो गई। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग किया। इसमें कई छात्र नेताओं के चोट आई हैं। मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि कोरोनाकाल में परीक्षा कराने के विरोध में सड़कों पर उतरे सपा के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज नहीं ‘खूनी हमला’ हुआ है। आज बाल-बच्चों वाला हर परिवार चिंतित है, सबका साथ का दावा करने वाले अकेले लोगों की मनमानी कब तक चलेगी।