पुलिसकर्मियों ने कुत्ते की शव यात्रा निकालकर पेश की इंसानियत की मिसाल, पीएम मोदी भी कर चुके हैं मामले का जिक्र
उत्तर प्रदेश की पुलिस ने आज इंसानियत की एक नई तस्वीर लोगो को दिखाई। एक कुत्ते की मौत के बाद गमगीन पुलिसकर्मियों ने उसकी अंतिम यात्रा निकाली और उसे सुपुर्द-ए-खाक भी किया।
मेरठ। यूपी के मेरठ के कमिश्नरी चौराहे पर आज अनोखी तस्वीर सामने आईं है। उत्तर प्रदेश की पुलिस ने आज इंसानियत की एक नई तस्वीर लोगो को दिखाई। एक कुत्ते की मौत के बाद गमगीन पुलिसकर्मियों ने उसकी अंतिम यात्रा निकाली और उसे सुपुर्द-ए-खाक भी किया।
कुत्ता कोरोना काल में हुए लॉकडाउन से मेरठ कमिश्नरी चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मियों और पीएससी जवानों के आसपास ही रहता था। कोरोना की शुरुआती दौर में कुत्ते का मालिक राकेश उसे कमिश्नरी चौराहै पर छोड़ कर चला गया था। पुलिसवालों ने उसकी देखभाल की और पुलिसकर्मियों ने ही उस कुत्ते का नाम भी राकेश रख दिया।
बता दें कि कोरोना काल मे हुए लॉकडाउन के शुरुआती दौर में एक कुत्ते का मालिक उसे मेरठ के कमिश्नरी चौराहे पर छोड़ गया था। कुत्ता लॉकडाउन के वक्त कमिश्नरी चौराहे पर तैनात पीएसी के जवानों के साथ ही रहने लगा। पुलिसकर्मियों ने उसकी देखभाल की और उसका नाम भी उसके मालिक के नाम के ऊपर ही रख दिया।
जानकारी के मुताबिक पुलिसकर्मियों के साथ रहने वाला बेजुबान कुत्ता जिसका नाम राकेश था, मंगलवार को उसकी बीमारी के चलते मौत हो गई। बेजुबान कुत्ते की मौत से चौराहे पर तैनात पुलिसकर्मी गमगीन हो गए। पीएसी के जवानों ने बताया कि सुबह जब वह अपनी डयूटी पर पहुंचे तो राकेश जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा था।
उसके कुछ देर बाद ही उसकी मौत हो गई। पीएसी के जवानों ने राकेश की अंतिम यात्रा निकाली और उसे कमिश्नरी पार्क में ही गढ्ढे में दफना दिया गया। पुलिसकर्मियों ने बताया कि राकेश पिछले कई दिनों से बीमारी से जूझ रहा था। पीएसी के जवानों ने बताया कि उन लोगों ने आग जलाकर राकेश सेवा की और दवाई दी।
उन लोगो ने राकेश को अस्पताल भी पहुंचाया और उसको दवा दिलवाई, लेकिन आज राकेश की मौत हो गई। पुलिसकर्मियों ने बताया कि बेजुबान राकेश की जिंदगी बचाने के लिए पुलिकर्मियों ने जी तोड़ मेहनत की थी। बताते चले कि पुलिसकर्मियों के इस कार्य से प्रभावित होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मन की बात में इस बात का ज़िक्र करते हुए पुलिसवालों की भूरी-भूरी प्रशंसा की थी।