भाजपा सांसद वरुण गांधी की संजय राउत से मुलाकात के बाद निकाले जा रहे सियासी मायने
सांसद वरुण गांधी के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में जाने को लेकर भी अटकलें लगाई गई थीं, जो निमरूल साबित हुई थीं। वह करीब एक वर्ष से भाजपा सरकार को असहज करने वाले मामले उठाते जा रहे। कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का खुलकर समर्थन किया था, लखीमपुर खीरी उपद्रव में भी तीखे तेवर दिखाए।
बरेली। कभी बीजेपी के फायर ब्रांड नेता रहे सांसद वरुण गांधी के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे है। इस बीच वह लगातार अपनी सरकार को असहज करते नजर आते दिखे। इस बीच सांसद वरुण गांधी के आवास पर शिव सेना नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय राउत से मुलाकात हुई।
जिसके बाद जिले में वरुण गांधी के अगले राजनीतिक कदम को लेकर कयास लगाने जाने लगे। इस मामले में वरुण गांधी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी। कुछ महीने पहले भी सांसद वरुण गांधी के तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में जाने को लेकर भी अटकलें लगाई गई थीं, जो निमरूल साबित हुई थीं।
वह करीब एक वर्ष से भाजपा सरकार को असहज करने वाले मामले उठाते जा रहे। कृषि कानून के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों का खुलकर समर्थन किया था, लखीमपुर खीरी उपद्रव में भी तीखे तेवर दिखाए। निजीकरण, बेरोजगारी, बैंक घोटाले पर भी सवाल खड़े किए।
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