गरीब परिवार को मंदिर के पास खुदाई में मिला जेवर से भरा कलश, पुलिस को सौंपा

टीम भारत दीप |

18 फरवरी को मंदिर के निकट खोदाई के दौरान पीतल के कलश में भरे जेवरात मिला।
18 फरवरी को मंदिर के निकट खोदाई के दौरान पीतल के कलश में भरे जेवरात मिला।

सिद्धार्थनगर जनपद के भवानीगंज थाना क्षेत्र के देईपार गांव स्थित बाबा महेश्वर नाथ मंदिर के भीटे पर देखने को मिला। यहां घर बनाकर रहने वाले एक शिल्पकार परिवार कोनींव की खुदाई के दौरान एक पीतल कलश सोने-चांदी से भरा मिला

सिद्धार्थनगर हमारे देश को कभी सोने की चिडिया कहा जाता था। देश इतना संपन्न था, जिसे अंग्रेजों ने दोनों हाथों से लूटकर कंगाल कर दिया। अंग्रेजों से अपने धन को बचाने के लिए लोगों ने जमीन के अंदर सुरक्षित रखा था, जो समय -समय पर खुदाई के दौरान निकलते रहते है।  

कुछ इसी तरह का मामला सिद्धार्थनगर जनपद के भवानीगंज थाना क्षेत्र के देईपार गांव स्थित बाबा महेश्वर नाथ मंदिर के भीटे पर देखने को मिला।

यहां घर बनाकर रहने वाले एक शिल्पकार परिवार कोनींव की खुदाई के दौरान  एक पीतल कलश सोने-चांदी से भरा मिला।जिसे परिवार वाले कुछ दिन छिपाकर रखे थे, लेकिन खबर आग की तरह फैलने के बाद परिवार ने वह कलश पुलिस को सौंप दिया। 

पौराणिक मंदिर है महेश्वर नाथ मंदिर 

भवानीगंज थानाक्षेत्र का महेश्वर नाथ मंदिर पौराणिक मंदिरों में गिना जाता है। मंदिर के गर्भगृह सहित आस पास अकूत धन गड़े होने के दावे भी किए जाते हैं, लेकिन कभी पुरातत्व विभाग ने खोदाई करवाने की जरूरत नहीं समझी। 18 फरवरी को मंदिर के निकट भीटे पर खोदाई के दौरान पीतल के कलश में भरे जेवरात मिलने का मामला सामने आया। 

वर्षों से कच्‍चे मकान में रहता था परिवार

जानकारी के मुताबिक मंदिर भीटे से सटे एक शिल्पकार परिवार वर्षों से कच्चे मकान में रहता है। मौजूदा समय में उसके परिवार के सदस्य कुछ वर्षों से अपना जीर्ण मकान छोड़कर लखनऊ रहने लगा था।

परिवार का संजय उर्फ टिलथू पुत्र मिश्री लाल अपनी पैतृक जमीन को महफूज रखने के लिए मजदूरों की मदद से चारों तरफ बाउंड्रीवाल लगवाने के लिए खोदाई करवाने लगा।

देर रात खोदाई के दौरान उसे जमीन में गड़ा पीतल का कलश मिला। खोलने पर उसमें चांदी के बहूमूल्य आभूषण मिले।  जेवरातों से भरा कलश मिलने की खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई थी। शुक्रवार संजय ने इसे भवानीगंज पुलिस को सौंप दिया।

 कलश में यह मिले आभूषण

पीतल के कलश में बाजू बंद एक जोड़ी, कलाई बंद एक जोड़ी, हंसुली एक, टड़िया एक, विक्टोरिया के जमाने के चार चांदी के सिक्के, पैर का कड़ा एक, गले का लाकेट मिला है। प्रभारी निरीक्षक रबींद्र कुमार सिंह ने कहा कि प्राप्त जेवरात एसडीएम को सौंपा जाएगा।
 


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