आगरा में व्यवस्थाएं संभालने को 300 बेड के अस्थाई कोविड अस्पताल बनाने की तैयारी
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एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि हमारी कोशिश है कि एक आदर्श कोविड अस्पताल में जो सुविधाएं होती हैं, वह सभी दी जाएं। किसी चीज की कमी न रहे। इसे नि:शुल्क नहीं, बल्कि सरकारी रेट पर दिया जाएगा। गुरुवर को हेल्थेकेयर की टीम हमें रिपोर्ट देगी।
आगरा।आगरा में कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। हर घंटे 23 नए केस सामने आ रहे है। मौजूदा व्यवस्था कम पड़ती जा रही है। इसे देखते हुए आगरा ट्रेड सेंटर में 300 बेड का अस्थाई अस्पताल बनाने की कवायद चल रही है। मंगलवार को दिल्ली से एक्सिया हेल्थकेयर की टीम ने ट्रेड सेंटर को कोविड के अस्थाई अस्पताल में बदलने के लिए निरीक्षण किया।
यह टीम बुधवार को आगरा फुटवियर मैन्यूफैक्चर्स एंड एक्सपोर्टर्स चेंबर (एफमेक) ट्रस्ट को रिपोर्ट सौंपेगी। हेल्थकेयर से जुड़े सदस्यों का कहना है कि 10 दिनों में अस्थाई अस्पताल शुरू किया जा सकेगा। मंगलवार को ही ट्रेड सेंटर में 200 बेड पहुंच गए।
एक्सिया हेल्थकेयर दिल्ली में बना चुकी है अस्पताल
मालूम हो कि एक्सिया हेल्थकेयर ने डीआरडीओ के साथ मिलकर दिल्ली में 2500 बेड का कोविड अस्पताल बना चुकी है। उसी को आगरा ट्रेड सेंटर में 300 से 500 बेड का अस्थाई अस्पताल बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। मंगलवार को टीम ने एफमेक पदाधिकारियों के साथ सींगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर का दौरा किया और व्यवस्थाएं देखी।
रिपोर्ट के बाद लिया जाएगा फैसला
कंपनी के पदाधिकारियों ने बताया कि वह ऑक्सीजन की सप्लाई, दवाएं, चिकित्सक, मेडिकल उपकरणों के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट बुधवार को सौंपेंगे। एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि रिपोर्ट देखने के बाद उस पर फैसला लिया जाएगा। अस्थाई अस्पताल 10 दिनों में तैयार हो जाएगा। एफमेक ट्रस्ट की इस बैठक में कैप्टन एएस राणा, राजेश सहगल तथा आईएमए के पूर्व सचिव डॉ. संजय चतुर्वेदी मौजूद रहे।
सरकारी रेट पर मिलेगी सुविधाएं
एफमेक के अध्यक्ष पूरन डावर ने कहा कि हमारी कोशिश है कि एक आदर्श कोविड अस्पताल में जो सुविधाएं होती हैं, वह सभी दी जाएं। किसी चीज की कमी न रहे। इसे नि:शुल्क नहीं, बल्कि सरकारी रेट पर दिया जाएगा। गुरुवर को हेल्थेकेयर की टीम हमें रिपोर्ट देगी।
बुधवार को 40 शवों का हुआ अंतिम संस्कार
आगरा में अब संक्रमण के बाद मौतों का आंकड़ा भी तेजी से आगे बढ रहा हैं हालात यह है कि अब श्मशान घाट पर भी लाइन लगानी पड़ रही है। बुधवार को 40 शवों का अंतिम संस्कार हुआ, प्रशासन की मानें तो कोविड-19 से चार ही मौतें हुई हैं।
अस्पताल में बेड नहीं हैं, निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं बची। सामाजिक संस्थाओं की एंबुलेंस ऑक्सीजन के अभाव में खड़ी हो गई हैं। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं मिल पा रहे, हर तरफ बेबसी और लाचारी नजर आ रही है। बुधवार को यहां 566 केस आए थे, जो फिर एक दिन पहले के मरीजों की संख्या को पीछे छोड़ गए
। मंगलवार को यहां 493 केस रिपोर्ट हुए थे। जबकि चार दिन पहले कराए गए टेस्ट की रिपोर्ट अभी पेंडिंग ही है। अब तक कुल संक्रमित 15056 हो चुके हैं। वहीं एक्टिव केस बढ़कर अब 3411 हो गए हैं। सरकारी आंकड़ों में मृतक संख्या 203 हो चुकी है। आगरा में अब तक कुल 11442 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं।