रायबरेली का दौरा अधर में छोड़कर दिल्ली लौटीं प्रियंका गांधी, जानिए वजह

टीम भारत दीप |

प्रियंका वाड्रा रविवार को दो दिवसीय दौरे पर रायबरेली आईं थी।
प्रियंका वाड्रा रविवार को दो दिवसीय दौरे पर रायबरेली आईं थी।

प्रियंका गांधी वाड्रा के वाहनों का काफिला रायबरेली के भुएमऊ गेस्ट हाउस से सोमवार सुबह करीब सात बजे लखनऊ के लिए निकला। उन्होंने लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचने के बाद नई दिल्ली के लिए फ्लाइट पकड़ ली। दो दिवसीय दौरे पर रविवार को प्रियंका गांधी रायबरेली आई थीं।

रायबरेली। यूपी में सियासी समीकरण मजबूत करने तीन दिवसीय दौरे पर आई प्रियंका गांधी अपने दो दिवसीय रायबरेली के दौरे को अधूरा छोड़कर दिल्ली लौट गई। प्रियंका के इस तहर दिल्ली लौटने के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे है।

आपकों बता दें कि रविवार सुबह  प्रियंका गांधी कांग्रेस के रायबरेली पहुंची थी। लेकिन प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने रायबरेली का दो दिवीसय दौरा कुछ घंटों में ही समाप्त करके।

देर शाम रायबरेली से अमेठी गई और फिर वहां से रात में रायबरेली वापस लौटीं। उनके सोमवार को रायबरेली में कई कार्यक्रम थे, लेकिन वह सुबह ही लखनऊ एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गईं। वहां से नई दिल्ली की फ्लाइट पकड़ ली।

मालूम हो कि प्रियंका गांधी वाड्रा के वाहनों का काफिला रायबरेली के भुएमऊ गेस्ट हाउस से सोमवार सुबह करीब सात बजे लखनऊ के लिए निकला। उन्होंने लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचने के बाद नई दिल्ली के लिए फ्लाइट पकड़ ली। दो दिवसीय दौरे पर रविवार को प्रियंका गांधी रायबरेली आई थीं। आज सुबह उनके कर्यक्रम में अचानक बदलाव हुआ। प्रियंका वाड्रा सुबह ही लखनऊ निकल गईं।

प्रियंका गांधी के  पूर्व में घोषित कार्यक्रम के तहत सोमवार को रायबरेली में कार्यकर्ताओं और जनता से मुलाकात का दिया गया था समय। पार्टी प्रवक्ता विनय द्विवेदी ने प्रियंका के लखनऊ के लिए प्रस्थान करने की पुष्टि की।

 प्रियंका वाड्रा रविवार को दो दिवसीय दौरे पर रायबरेली आईं थी। यहां वे पहले चुरुवा पहुंचीं थी और हनुमान मंदिर में पूजन किया। पुजारी ने उन्हेंं रायबरेली में निवास कर जनता के बीच जाने की सलाह दी। वहीं, प्रियंका ने उनसे अब यहां अधिक बार आने का वादा किया।

भुएमऊ गेस्ट हाउस पहुंचकर प्रियंका ने जिला कमेटी, इसके बाद नगर व अन्य कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक ली। चुनावी तैयारियों की समीक्षा की।आपकों बता दें कि यूपी में 32 साल से गैर कांग्रेसी सरकार है। इतनी उम्र तक के युवाओं को पता भी नहीं कि पूर्व में कांग्रेस ने इस जनपद और प्रदेश के लिए क्या-क्या किया।

इसलिए इस बार खासकर ग्राम कांग्रेस कमेटी में बुजुर्ग कार्यकर्ताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। वे युवाओं को पार्टी की रीति-नीति सिखाएंगे। इस बार प्रत्याशी को जिताने नहीं, बल्कि जीतने के लिए चुनाव लड़ा जाएगा। प्रियंका वाड्रा ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक में ये बातें कहीं थी।

30 सदस्यीय ग्राम कांग्रेस कमेटी में पहली बार महिलाओं की 25 फीसद भागीदारी सुनिश्चित की गई है, अन्य 22 सदस्यों में 11 युवा और इतने ही बुजुर्ग कांग्रेसी होंगे। वहीं चुनाव में जीत  के लिए स्लोगन दिया गया है कि गांव-गांव जाएंगे, वचन हम निभाएंगे। वचनों में किसान कर्ज माफी, बिजली बिल आधा, महिला सम्मान निधि सहित कई महत्वपूर्ण वादों को शामिल किया गया है।

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