गोरखपुर में अब हजारों लोगों की जेब पर पड़ेगा आर्थिक बोझ, जानिए क्या है मामला

टीम भारत दीप |
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रामगढ़ ताल क्षेत्र स्थित नया सवेरा
रामगढ़ ताल क्षेत्र स्थित नया सवेरा

दोनों ही जगह पर रोजना 10 से 12 हजार लोग आते—जाते हैं

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनणथ के ड्रीम प्रोजेक्ट शहर के रामगढ़ ताल पर अब सैर मुफ्त में नहीं होगी। इसके लिए अब लोगों को अपनी जेब ढीली करनी होगी। जेडीए का तर्क है कि व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसा किया गया। पूरी खबर पढ़ें ताकि समझ सकें क्यों पड़ रहा जनता पर बोझ। 

दरअसल शहर के रामगढ़ ताल क्षेत्र स्थित नया सवेरा और गोलघर के जीडीए टॉवर पर पर पार्किंग शुल्क वसूलने के लिए जीडीए ने टेंडर निकाला है। 22 जुलाई तक पंजीकरण होगा, जबकि 27 जुलाई को ई-नीलामी के जरिए टेंडर होगा। यह टेंडर जुलाई 2020 से जून 2021 तक यानी 12 महीने के लिए होगा।

व्यवस्था फेल हो चुकी है
पिछले साल भी प्राधिकरण ने नया सवेरा के सामने पार्किंग शुरू की थी, मगर वह व्यवस्था फेल हो गई। अब फिर से वहां पार्किंग शुल्क वसूलने की तैयारी शुरू कर दी गई है। पर्यटन के दृष्टिकोण से रामगढ़ ताल क्षेत्र के विकसित होने की वजह से नया सवेरा पर रोजाना सुबह से लेकर शाम तक आठ से दस हजार लोग पहुंचते हैं।

पार्किंग व्यवस्था की गई
यहां बेतरतीब गाड़ियां खड़ी होने से जाम लग जाता है। पार्किंग की व्यवस्था हो जाने से जाम की समस्या से निजात मिलेगी। हालांकि गोलघर स्थित जीडीए टॉवर के बेसमेंट में बिना बारिश भी जलभराव रहता है, ऐसे में वहां भू-तल पर ही गाड़ियां खड़ी हो पाती हैं। जीडीए सचिव राम सिंह गौतम ने बताया कि महंत दिग्विजयनाथ पार्क के तीन तरफ पार्किंग की व्यवस्था की गई है। गाड़ियां व्यवस्थित तरीके से खड़ी रहें और उनकी सुरक्षा भी हो सके, इसलिए पार्किंग शुल्क वसूलने के लिए टेंडर निकाला गया है। जीडीए टॉवर पर भी ऐसी ही व्यवस्था की जा रही है।


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