पंजाब: कांग्रेस ने सिद्धू की जगह राजा वंड़िग को बनाया अपना प्रधान, जानिए उनके बारे में
पंजाब में आप की आंधी के बावजूद वड़िंग तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने 2019 में बठिंडा संसदीय हलके से शिअद प्रत्याशी हरसिमरत कौर बादल के मुकाबले में भी चुनाव भी लड़ा था, लेकिन हार गए गए थे। राजा वड़िंग कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में उनके राजनीतिक सलाहकार रहे।
पंजाब। विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद कांग्रेस अब उबरते हुए आगे की रणनीति बनाते हुए पंजाब में अपना नया प्रधान चुन लिया है। कांग्रेस ने राजा वंड़िग को अपना प्रधान चुना है। राजा वंड़िग ने ट्रांसपाेर्ट मंत्री रहते हुए बादल परिवार की बसाें काे जब्त करके चर्चा में आए थे।
नवजाेत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद वड़िंग काे कमान साैंपी गई है। राजा वडिंग के साथ सबसे बड़ी चुनाैती सबकाे साथ लेकर चलने की है। पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है। इसके चलते विधानसभा चुनाव में पार्टी काे हार का सामना करना पड़ा और इसे मात्र 18 सीटाें पर ही जीत हासिल हुई।
आपकों बता दें कि पंजाब में आप की आंधी के बावजूद वड़िंग तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने 2019 में बठिंडा संसदीय हलके से शिअद प्रत्याशी हरसिमरत कौर बादल के मुकाबले में भी चुनाव भी लड़ा था, लेकिन हार गए गए थे। राजा वड़िंग कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में उनके राजनीतिक सलाहकार रहे। जबकि चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार में वह ट्रांसपोर्ट मंत्री रहे हैं।
रात में भी बसाें की करते थे चेकिंग
कैप्टन अमरिंदर के इस्तीफे के बाद जब अमरिंदर सिंह राजा वडिंग काे ट्रांसपाेर्ट मंत्री बनाया गया ताे वह रात में भी बसाें की चेकिंग करने निकल जाते थे। जीरकपुर और बठिंडा सहित कई जिलाें में राजा वडिंग ने बिना परमिट चल रही बसाें काे जब्त कर कराेड़ाें का जुर्माना वसूला।
सबसे खास बात यह रही कि वडिंग ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के परिवार की बस कंपनी आर्बिट ट्रांसपाेर्ट की कई बसें जब्त कर ली। इसकाे लेकर काफी हंगामा भी हुआ पर उन्हाेंने कार्रवाई जारी रखी। राजा वडिंग की नेताओं के साथ-साथ लाेग भी तारीफ करते थे। चन्नी सरकार के आखिरी कार्यकाल में परिवहन विभाग ने कराेड़ाें का मुनाफा भी कमाया।
आपकों बता दें कि पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने अपनी सियासत की शुरूआत कांग्रेस के पूर्व सांसद जगमीत सिंह बराड़ की अगुआई में शुरू की थी।
करीब 44 वर्षीय राजा वड़िंग वर्ष 2000 में श्री मुक्तसर साहिब के ब्लाक यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे। बताया जाता कि जगमीत सिंह बराड़ ने ही उन्हें ब्लाक यूथ कांग्रेस का प्रधान बनवाया था। लेकिन उसके बाद राजा वड़िंग ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार अपने काम के बल पर आगे ही बढ़ते रहे। 2005 में वह यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने।
आप की आंधी में भी बचाया किला
2008 में उन्हें पंजाब यूथ कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया। 2009 में उनको यूथ कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव बनाया गया। जबकि उसके बाद वर्ष 2014 में वह यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने।
श्री मुक्तसर साहिब निवासी राजा वड़िंग वर्ष 2012 के चुनाव में पहली गिद्दड़बाहा विधानसभा हलके से चुनाव मैदान में उतरे थे और पीपीपी प्रत्याशी मनप्रीत सिंह बादल को हराकर विधायक बने थे। वर्ष 2017 और अब 2022 के चुनावों में उन्होंने शिअद प्रत्याशी हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को हराया।
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