प्यार की जीतः पुलिस ने दो युवतियों को परिवार की कैद से कराया 'आजाद '
तीन माह पहले ही दो युवतियों ने एक-दूसरे से शादी की थी। परिवार लगातार विरोध कर रहा है। युवती ने बताया कि परिवार ने उसकी पत्नी को कैद कर रखा है। हमें वो अकेला नहीं छोड़ रहे हैं। शिकायत सुनकर कार्रवाई के लिए खाकी आगे बढ़ी। वैलेंटाइन वीक में पुलिस ने प्रेमी जोड़े को फिर से मिलाकर उनके चेहरे पर मुस्कान लौटा दी।
लखनऊ।सुप्रीम कोर्ट ने भले ही समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से मुक्त कर दिया हो, लेकिन समाज में अभी इसे अपराध माना जाता है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को समलैंगिकता का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया।
यहां कुछ माह पूर्व दो युवतियों ने आपस में शादी कर ली थी , इससे परिवार वाले नाराज थे, इसलिए परिवार वालों ने एक युवती को कमरे में कैद कर लिया। मंगलवार शाम को परिवार की कैद से आजाद होकर भागती हुई थाने पहुंची । युवती ने पुलिस वालों से विनती की साहब, मेरी पत्नी को छुड़वा दीजिए।
रिश्तों के इस चक्कर से कुछ देर के लिए पुलिसकर्मियों का भी दिमाग चकरा गया। पुलिस वालों ने जब पूरे घटनाक्रम के बारे में पूछा तो यह कहानी सामने आई । तीन माह पहले ही दो युवतियों ने एक-दूसरे से शादी की थी।
परिवार लगातार विरोध कर रहा है। युवती ने बताया कि परिवार ने उसकी पत्नी को कैद कर रखा है। हमें वो अकेला नहीं छोड़ रहे हैं। शिकायत सुनकर कार्रवाई के लिए खाकी आगे बढ़ी। वैलेंटाइन वीक में पुलिस ने प्रेमी जोड़े को फिर से मिलाकर उनके चेहरे पर मुस्कान लौटा दी।
तीन माह पहले की थी शादी
मामला राजधानी के ठाकुरगंज थानाक्षेत्र का है। दुबग्गा निवासी एक युवती मंगलवार शाम भागते हुए थाने पहुंची। युवती ने पुलिस से परिवार के टॉर्चर से तंग आकर मदद की गुहार लगाई। युवती ने बताया कि पिछले एक साल से उसका क्षेत्र की ही एक युवती के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था।
परिवार वाले इसका विरोध कर रहे थे। इस बीच बीते 17 नवंबर 2020 को बुद्धेश्वर में दोनों युवतियों ने आपस में शादी कर ली। आरोप है कि परिवारवाले दोनों पर रिश्ते को खत्म करने का दबाव बना रहे हैं। इसी बीच एक युवती के परिवारवालों ने दोनों को घर में बंद कर दिया। मोबाइल फोन तक छींन लिया। किसी तरह एक युवती छत से कूदकर बाहर निकली और सीधे थाने पहुंची। दूसरी युवती वहीं घर में ही कैद रह गई।
परिवार वाले करते है मारपीट
युवती ने थाने में बताया कि परिवार वाले हमें कैद करके रखते है हमारे साथ मारपीट भी करते है। किसी तरह मैं जान बचाकर वहां से भाग निकली, पर मेरी पत्नी अभी भी कैद में है। परिवार का टॉर्चर अब बर्दाश्त नहीं हो रहा है। ना उसे बाहर निकलने दे रहे, ना ही मुझे उससे बात करने दे रहे। हम दोनों अकेले रहना चाहते हैं। परिवार से अलग अपनी जिंदगी बिताना चाहते हैं।
पुलिस ने दोनों को कराया आजाद
इंस्पेक्टर ठाकुरगंज सुनील दुबे ने बताया कि दोनों बालिग हैं। दोनों शादी कर चुकी हैं। साथ रहना चाहती हैं, लेकिन परिवारवाले इसका विरोध कर रहे थे। मंगलवार शाम एक युवती थाने आई थी। प्रार्थना पत्र के आधार पर दूसरी युवती को भी घर से छुड़वा लिया गया।
परिवारों ने इसका विरोध किया,पर युवतियां अलग रहने को तैयार नहीं थीं। आखिर में पुलिस ने दोनों युवतियों के परिवार वालों के बीच सुलह, समझौता करवाया।एक साल तक चला प्रेम प्रसंगरू दोनों युवतियों के बीच एक साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों ही एक दूसरे से छिप.छिपकर मिलती थीं। परिवारवालों को शक हुआ और उन्होंने सख्ती करनी चाहती। फिर दोनों युवतियों पिछले साल मंदिर में शादी कर ली थी।