एक बार फिर हाथरस के लिए निकले राहुल, प्रियंका चला रहीं कार, DND को बनाया गया किला

टीम भारत दीप |
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प्रियंका गांधी खुद गाड़ी ड्राइव कर रही हैं।
प्रियंका गांधी खुद गाड़ी ड्राइव कर रही हैं।

हाथरस सदर के एसडीएम प्रेम प्रकाश ने कहा कि मीडिया को गांव में पीड़िता के परिवार से मिलने की इजाजत है, क्योंकि एसआईटी की जांच अब पूरी हो चुकी है।

नई दिल्ली। हाथरस में पीड़िता की मौत के बाद उसके गांव में मीडिया के बैन को लेकर आलोचना झेल रही योगी सरकार ने आखिरकार मीडिया को एंट्री दे ही दी। हालांकि अभी सियासी दलों की नो इंट्री बरकरार है। 

इधर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी एक बार फिर दिल्ली से हाथरस के लिए निकल चुके हैं। आज प्रियंका गांधी खुद गाड़ी ड्राइव कर रही हैं। शनिवार को उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह और यूपी के डीजीपी पीड़ित परिवार से मिलने उनके गांव पहुंचे। 

राहुल गांधी के आगमन को लेकर दिल्ली नोएडा फ्लाइवे को किले में तब्दील कर दिया गया है। यहां करीब 1500 पुलिसकर्मी कांग्रेस नेताओं को रोकने के लिए लगाए गए हैं। ऐसे में यूपी पुलिस और कांग्रेस नेताओं के बीच फिर टकराव देखने को मिल सकता है।

 

नोएडा पुलिस का कहना है कि राहुल गांधी और अन्य नेताओं को दिल्ली-नोएडा बॉर्डर से आगे नहीं बढ़ने देंगे। हाथरस सदर के एसडीएम प्रेम प्रकाश ने कहा कि मीडिया को गांव में पीड़िता के परिवार से मिलने की इजाजत है, क्योंकि एसआईटी की जांच अब पूरी हो चुकी है। लेकिन धारा 144 लागू होने के कारण पांच से ज्यादा मीडियाकर्मियों को भी गांव में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। 

वहीं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने दो दिन पहले भी हाथरस में पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की कोशिश की थी, लेकिन यमुना एक्सप्रेसवे पर पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोक लिया था। इस दौरान राहुल और अन्य नेताओं के साथ धक्का-मुक्की भी देखने को मिली थी। पुलिस ने राहुल गांधी को हिरासत में भी लिया था। 

शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के कई सांसद भी हाथरस में पीड़िता के गांव पहुंचने के प्रयास में थे, लेकिन उन्हें भी बलपूर्वक रोक दिया गया था। धक्का-मुक्की में तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन जमीन पर गिर पड़े थे। 

विपक्षी नेताओं को पीड़िता के परिवार से मुलाकात की इजाजत न देने को लेकर यूपी सरकार पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। बहरहाल गांव में अभी भी भारी पुलिस बल तैनात है और सियासी दलों की इंट्री को मनाही है। 

 

इधर शनिवार को यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी और यूपी पुलिस के डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी पीड़ित परिवार से मिलने उनके गांव में पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने परिवार का हाल जाना और उनसे पूरी घटना के बारे में जानकारी ली। 


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