बारिश ने इस गांव को किया बर्बाद, 120 लोगों की आबादी में 49 मरे, 47 अभी लापता
रायगढ़ के तालिये में भूस्खलन की यह घटना गुरुवार की शाम को हुई। हादसे के बाद राहत और बचाव का काम जारी है। यहां के निवासी मिलिंद गंगवाने ने बताया, 'सरकार और प्रशासन की तरफ से ग्रामीणों को आपदा का अलर्ट नहीं जारी किया गया था। हमारे छोटे से गांव में 120 लोगों की ही आबादी है। पहाड़ से 100 फीट की ऊंचाई से पत्थर गिरा।
महाराष्ट्र। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई इन दिनो भारी बारिश की वजह से जूझ रही है। बारिश की वजह से महाराष्ट्र के कई जिलों में भयानक तबाही हुई हे। अब तक महाराष्ट्र में अलग—अलग दुर्घटनाओं में 136 लोगों की मौत हो चुकी है।
अब तक महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले से सबसे बड़े हादसे की खबर सामने आई है। यहां महाड तालुका के तालिये गांव में हुआ है, जहां 49 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां 12 लोग अभी घायल हैं, जबकि 47 अन्य लापता बताए जा रहे हैं।रायगढ़ के तालिये में भूस्खलन की यह घटना गुरुवार की शाम को हुई। हादसे के बाद राहत और बचाव का काम जारी है।
यहां के निवासी मिलिंद गंगवाने ने बताया, 'सरकार और प्रशासन की तरफ से ग्रामीणों को आपदा का अलर्ट नहीं जारी किया गया था। हमारे छोटे से गांव में 120 लोगों की ही आबादी है। पहाड़ से 100 फीट की ऊंचाई से पत्थर गिरा।ग्राीण ने बताया कि स्थानीय प्रशासन की तरफ से 4-5 दिन पहले सुरक्षित जगह पर शिफ्ट किया गया था लेकिन बारिश कम होने पर वे वापस लौट आए। रायगढ़, सतारा, रत्नागिरी में बाढ़ और भूस्खलन की अलग-अलग घटनाओं में कई लोगों की मौत हुई है।
तालिये के रहवासी ने बताया- मेरा घर टूट गया। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। लोगों ने नए घर बनाए थे और उसके लिए लोन भी लिया था। सबकुछ खत्म हो गया। विपक्षी बीजेपी ने सत्तापक्ष के नेताओं और प्रशासन पर समय से ऐक्शन नहीं लेने और घटना के 20 घंटे बाद भी नहीं पहुंचने का आरोप लगाया। वहीं मुंबई से हेलिकॉप्टर के जरिए आई एनडीआरएफ की टीम को प्रशासन की तरफ से लैंडिंग की जगह नहीं मिलने से वापस लौटना पड़ा।
यहां 2 दिन के लिए रेड अलर्ट
रायगढ़, कोंकण और सातारा में अगले दो दिन के लिए रेड अलर्ट है। कोल्हापुर, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग ऑरेंज अलर्ट पर है। कोल्हापुर की नदी पंचगंगा, रत्नागिरी की काजली और मुचकुंदी, कृष्ण नदी और कोयना डैम के साथ-साथ विशिष्टि नदी अब भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बारिश के कारण हुए हादसों में मृतकों के घरवालों को 5-5 लाख रुपये की अंतरिम मदद का ऐलान किया है। केंद्र सरकार मृतकों के परिजन को दो लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये देगी। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंत्रालय के आपात नियंत्रण कक्ष में पहुंचकर हालात का जायजा लिया।
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