राजस्थान: पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा का निधन, भंवरी कांड के थे मुख्य आरोपी,कैंसर से थे पीड़ित
मदेरणा के निधन की खबर मिलने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित अन्य नेताओं ने शोक जताया है। गहलोत ने शोक जताते हुए ट्वीट किया, पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता रहे महिपाल मदेरणा के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है कि शोकाकुल परिवारजनों को यह आघात सहने की शक्ति दें तथा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
जयपुर। राजस्थान में हुए भवरी देवी हत्याकांड में मुख्य आरोपित बनाए गए पूर्व मंत्री व कांग्रेसी नेता महिपाल मदेरणा का जोधपुर में रविवार को निधन हो गया। मालूम हो कि 63 वर्षीय मदेरणा लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे, उनका इलाज चल रहा था।
पूर्व मंत्री महिपाल मदेरणा के परिवार में जोधपुर से जिला प्रमुख उनकी पत्नी लीला मदेरणा व दो बेटियां हैं। एक बेटी दिव्या ओसियां से विधायक हैं। इसी सीट से महिपाल मदेरणा भी दो बार विधायक रह चुके हैं, इससे पहले वे 19 साल तक जोधपुर से जिला प्रमुख रह चुके थे। मदेरणा का शव सुबह 10 बजे उनके पैतृक गांव चाडी लाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा।
सीएम ने जताया शोक
मदेरणा के निधन की खबर मिलने पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित अन्य नेताओं ने शोक जताया है। गहलोत ने शोक जताते हुए ट्वीट किया, पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता रहे महिपाल मदेरणा के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं।
ईश्वर से प्रार्थना है कि शोकाकुल परिवारजनों को यह आघात सहने की शक्ति दें तथा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।आपकों बता दें कि भवंरी देवी कांड पर बॉलीवुड में एक फिल्म भी बनी थी,जिसमें ओमपुरी ने मदेरणा का किरदार निभाया था।
भंवरी देवी कांड के थे मुख्य आरोपी
आपकों बता दें कि राजस्थान को हिलाकर रख देने वाले भंवरी देवी कांड में मदेरणा को मुख्य आरोपित थे। राजस्थान में जल संसाधन मंत्री रहने के दौरान एएनएम भंवरी देवी के अपहरण व हत्या मामले में आरोपी थी और उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था।
इस मामले में वे दस साल तक जेल में रहे और हाईकोर्ट से उन्हें जमानत मिली थी। महिलाल मदेरणा को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धुर विरोधी भी माना जाता था। राजस्थान की राजनीति के कद्दावर नेता परसराम मदेरणा के पुत्र महिपाल मदेरणा का जन्म पांच पार्च 1952 को हुआ था।
1982 में वह पहली बार जिला प्रमुख बने थे। जस नारायण व्यास विश्वविद्यालय से उन्होंने बीए एलएलबी तक की पढ़ाई की थी। मदेरणा को कानून मामले का जानकार माना जाता था, लेकिन एक कांड की वजह से उनके राजनीतिक चरित्र पर जो दाग लगा वह कभी मिट नहीं सका, उसी दाग के साथ दुनिया से चले गए।
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