पीएम मोदी के बयान पर बोले राकेश टिकैत, प्रधानमंत्री कराएं सरकार और किसानों में बातचीत
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पीएम का धन्यवाद देते हुए कहा कि वो पीएम मोदी का धन्यवाद करते हैं क्योंकि उन्होंने किसानों को संज्ञान में लिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार और किसानों के बीच प्रधानमंत्री संवाद करवाएं। टिकैत ने कहा कि मेरे आंसू जो निकले, वह किसान के आंसू थे। न सरकार का सिर झुकने देंगे न किसान की पगड़ी झुकने देंगें।
नई दिल्ली। दिल्ली में चल रहे किसान आन्दोलन के बीच किसानों और सरकार के बीच बनी तल्खी अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान के बाद समाप्त होने की उम्मीद जगी है। दरअसल सर्वदलीय बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसान सरकार से एक कॉल की दूरी पर हैं। वो कभी भी बात कर सकते हैं।
वहीं पीएम मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पीएम का धन्यवाद देते हुए कहा कि वो पीएम मोदी का धन्यवाद करते हैं क्योंकि उन्होंने किसानों को संज्ञान में लिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार और किसानों के बीच प्रधानमंत्री संवाद करवाएं।
टिकैत ने कहा कि मेरे आंसू जो निकले, वह किसान के आंसू थे। न सरकार का सिर झुकने देंगे न किसान की पगड़ी झुकने देंगें। हमारे लोगों पर अगर पत्थर चलेंगे तो किसान भी वही है और ट्रैक्टर भी वही हैं। वहीं किसान नेता शिव कुमार कक्काजी ने भी इस प्रतिक्रिया दी। जब उनसे सवाल किया गया कि क्या आप सरकार से बातचीत करेंगे, इस पर उन्होंने कहा कि हम जरूर बात करेंगे।
अगर वो एक कॉल की दूरी पर हैं तो हम तो रिंग की दूरी पर है। वो जिस दिन घंटी कर दें हम उस दिन पहुंच जाएंगे। बातचीत से ही हल निकलना चाहिए। उससे हम पीछे नहीं हो रहे हैं। बातचीत करने से कभी हमने गुरेज नहीं किया है। प्रधानमंत्री ने बातचीत के लिए कहा है तो हम इसका स्वागत करते हैं।
वहीं पीएम मोदी ने अपने बयान में यह भी कहा था कि तीन कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार ने जो प्रस्ताव दिया था वो आज भी बरकरार है। उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर प्रदर्शनकारी किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हैं। अगर किसान चाहते हैं तो बात कर सकते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने वार्ता के दौरान जो पेशकश की थी, अभी भी उस पर कायम है।